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हैलो दोस्तों, मैं कोमल हूँ । आप सब अब मेरी कहानी पढ़ने जा रहे हो, आप सभी को धन्यबाद । उम्मीद हे आप सब अपने लंड और छूट को बहार निकल के अभी कहानी का मजा ले रहे होंगे । मैं भी इसी तरह कई बार मुठीमारी । बहत मजा लिया और आज आपको अपना कहानी बताने जा रहा हूँ । उम्मीद हे आप सब कहानी को पसंद करेंगे और मजा लेंगे। तो कुछ इंट्रो के बाद हम सुरु करते हैं आज की कहानी ।
मेरी उम्र 24 साल है और में एक शादीशुदा लड़की हूँ। दोस्तों मेरी शादी दो साल पहले समीर नाम के उस लड़के से हुई थी, जो अब मेरा पति परमेश्वर बन चुका था। दोस्तों जब से में सेक्स के बारे में समझने लगी थी। उसके बाद से में चुदक्कड़ किस्म की बन गई और यह बात धीरे धीरे मेरे पति को भी समझ में आने लगी थी और मुझे अपनी चुदाई करवाने का बहुत शोक है, में बरोडा, गुजरात से हूँ और में दिखने में बहुत ही हॉट, सेक्सी हूँ। मेरे बूब्स एकदम गोल और बड़े आकार के है, मेरी कमर पतली और गांड कुछ ज्यादा ही उभरी हुई है,
में अपने हमेशा पहनने वाले टाईट कपड़ो में बहुत ही चुदासी दिखती हूँ और में खुद जानबूझ कर भी ज़्यादातर कपड़े ऐसे ही पहनती हूँ कि उनसे मेरे सेक्सी बदन के हर एक अंग का आकार किसी को भी बिल्कुल साफ साफ दिखे और वो मेरी तरफ आकर्षित हो जाए। दोस्तों कुल मिलाकर मुझे पराए मर्दो के लंड को खड़े करना बहुत अच्छा लगता है और ऐसा करने से मुझे एक अजीब सी संतुष्टि मिलती है और में उसके खड़े लंड को देखकर मन ही मन बहुत खुश होती हूँ।
दोस्तों यह बात मेरी शादी से कुछ सालों पहले की है, जब में एक कॉलेज में अपनी पढ़ाई पूरी कर रही थी, तब मेरा एक बॉयफ्रेंड था। उसका नाम राजेश था, मेरी यह दोस्ती उसके साथ करीब दो साल तक रही और में उसके साथ बहुत खुश थी और हम लोग कॉलेज में मिलने के बहाने फिल्म देखने जाते थे और बाहर इधर उधर घूमते फिरते और हम दोनों कभी कभी एक दूसरे को किस भी करते थे। दोस्तों मैंने उसको अपने साथ किसिंग और बूब्स दबाने से ज़्यादा कुछ नहीं करने दिया, लेकिन वो काम भी कभी कभी सही मौका देखकर होता था और जब कभी वो मेरे गाल को पकड़कर जबरदस्ती मेरा मुहं खोलकर अपनी जीभ को मेरे मुहं के अंदर डालता तो मुझे बड़ा मज़ा आता। कुछ देर नाटक करने के बाद में भी उसका पूरा पूरा साथ देने लगती और हम दोनों मज़े लेते। दोस्तों यह सब हम दोनों के बीच करीब दो साल तक चला, लेकिन मैंने कभी भी उसको अपनी चुदाई करने का ऐसा कोई भी मौका नहीं दिया था, जिसका वो थोड़ा सा भी फायदा उठा सके और इस बीच मेरी शादी फिक्स हो गई और में भी मन ही मन बहुत खुश थी कि मेरी एक बहुत अच्छे दिखने वाले हट्टेकट्टे सुंदर लड़के से सगाई करवाई जा रही थी और मेरी अच्छी किस्मत से में जितनी बड़ी चुदक्कड़ थी, उतना ही बड़ा समीर भी चुदक्कड़ निकला। उसे भी चुदाई करने का बहुत शौक था। मेरी तरह वो भी सेक्स करने का बहुत भूखा था और मेरी सगाई फिक्स होने के चार दिन बाद ही हम दोनों ने एक अच्छा सा सही मौका देखकर अपना पहला सेक्स किया और में तब तक वर्जिन थी, इसलिए मुझे थोड़ा दर्द भी जरुर हुआ था, लेकिन उसके साथ साथ मज़ा भी तो बहुत आया था और उस चुदाई के अहसास को में अपनी किसी भी शब्दों में आप लोगों को नहीं बता सकती कि वो कैसे मज़ा था और ऐसे ही चुदाई के मज़े करते करते कुछ महीनो में हमारी शादी भी हो गई और अब हमारी सेक्स लाईफ भी बहुत अच्छी चलती जा रही थी। दोस्तों में अपने पति का साथ पाकर अपने उस बॉयफ्रेंड को भी बिल्कुल भूल चुकी थी। अब समीर मुझे बहुत अच्छे से चोदते थे और पूरे मज़े देते थे और मुझे उनके लंड की सवारी करना और उनकी गालियों के साथ अपनी चुदाई करवाना बहुत पसंद था और अब में भी चुदाई के समय बहुत गंदी गंदी गालियाँ बोलती हूँ, उसकी वजह से हमारा जोश और भी ज्यादा बढ़ जाता है, जैसे कि हाँ भोसड़ी के चोद मुझे आअहह मादरचोद फाड़ दे मेरी चूत को, ज़ोर से चोद साले कुत्ते चूतिए और वो भी मुझे कभी रांड तो कभी छिनाल, रखेल और कभी मादरचोद कुतिया कहकर लगातार जोरदार धक्के लगाकर चोदता रहता था। फिर एक दिन समीर मुझे बहुत जोरदार धक्के गालियाँ देकर चोद रहा था। तभी अचानक से उसने मुझसे पूछ लिया कि कोमल तुम मुझे सच सच बताओ कि हमारी शादी से पहले तुम्हारा कोई बॉयफ्रेंड था कि नहीं? दोस्तों पहले तो में उसके मुहं से यह बात सुनकर बहुत चकित थी, लेकिन मैंने अपने बॉयफ्रेंड के साथ कभी सेक्स नहीं किया था, इसलिए मुझे बिल्कुल भी संकोच नहीं था और इसलिए में एकदम निडर होकर बोली।
में : हाँ मेरा एक दोस्त था और उसके अलावा कुछ भी नहीं।
समीर : सिर्फ़ दोस्त या फिर बॉयफ्रेंड?
में : हाँ मेरा कॉलेज के समय एक बहुत अच्छा बॉयफ्रेंड था।
समीर : उसका क्या नाम था?
में : आप जाने दो ना, मुझे उसके बारे में कुछ भी याद नहीं करना।
समीर : प्लीज बताओ, में ऐसे ही पूछ रहा हूँ, मुझे तुम्हारे बीते हुए कल से कोई भी आपत्ति नहीं है।
में : उसका नाम राजेश था।
समीर : क्या तुम्हें कभी उसकी याद आती है? और तुमने उसके साथ क्या क्या किया था?
में : ओफफो आप मुझसे यह सभी बातें क्यों पूछ रहे हो?
समीर : प्लीज डार्लिंग एक बार बताना, मुझे सुनना अच्छा लग रहा है तुम्हारे बॉयफ्रेंड राजेश के बारे में बातें करके अच्छा लगता है, देख अब मेरा लंड खड़ा हो रहा है, बताओ उसने तुम्हें कहाँ कहाँ छुआ?
में : हमने सिर्फ़ एक दूसरे को किसिंग की है और वो भी कभी कभी।
समीर : कभी कभी क्या? प्लीज पूरी तरह खुलकर बताओ मुझे।
में : वो कभी कभी राजेश मेरे बूब्स भी दबाता था और जब उसको सही मौका मिलता तो वो मेरे निप्पल को अपने मुहं में लेकर मेरा दूध भी पीता था और मुझे उसको दूध पिलाना बहुत अच्छा लगता था, लेकिन हमने बस इसके आगे कभी भी कुछ नहीं किया।
समीर : क्या कभी तुमने उसके लंड को पकड़ा या छुआ भी था और उसकी मोटाई को महसूस भी किया था?
में : हाँ, लेकिन बस एक बार जब हम उस दिन एक पब्लिक पार्क में बिल्कुल अंधेरे में बैठकर बहुत जमकर किस कर रहे थे, तब वो मेरे एक बूब्स को अपने मुहं में भरकर चूस रहा था और दूसरे बूब्स की निप्पल को निचोड़ रहा था और उसके ऐसा करने की वजह से में तब बहुत गरम हो गई थी और मैंने उसका लंड उसकी पेंट के ऊपर से ही दबा लिया और फिर में उसको सहलाने लगी और फिर कुछ देर बाद मैंने उसकी पेंट की ज़िप को खोलकर लंड को बाहर निकाला, ज्यादा अंधेरा होने की वजह मुझे कुछ नहीं दिखा, लेकिन हाँ छूने से मुझे बहुत अच्छी तरह से पता चल गया कि उसका लंड बहुत ही मोटा और आकार में लंबा भी था, तुम्हारे लंड से भी मोटा, लंबा लंड।
समीर : फिर उसके बाद क्या हुआ, तुमने उससे चुदवाया नहीं?
में : नहीं मेरी चुदाई नहीं हो पाई। उस दिन मैंने बस उसका लंड हिला हिलाकर पानी बाहर निकाल दिया, जिसकी वजह से वो एकदम शांत हो गया और उसके लंड का आकार धीरे धीरे छोटा होने लगा था और उसके एक सप्ताह के बाद ही हमारी सगाई तय हो गई और मैंने उससे अपना रिश्ता तोड़ दिया। उसके बाद हमने कभी मिलने बात करने की कोई भी कोशिश नहीं की।
समीर : ओह तो तुम्हारी सेक्स कहानी उसके साथ वहीं पर एकदम अधूरी रह गई है ना? तुम सच बताओ क्या अब अगर तुम्हें मौका मिले तो तुम उससे चुदवाओगी?
में : अभी हम इतना खुलकर बातें कर रहे है तो में तुम्हें बिल्कुल सच सच बताउंगी कि अगर तुम चाहो तो में तुम्हारी मर्ज़ी से उससे जरुर मिलूंगी और जो भी काम करूँगी वो सब तुम्हारे सामने करूँगी।
समीर : बहुत खुश होते हुए मेरे बूब्स को दबाते हुए बोला, वाह मेरी जान में तुम्हें सेक्स में वो पूरा मज़ा देना चाहता हूँ और में चाहता हूँ कि तुम मेरे सामने अपने बॉयफ्रेंड राजेश से मिलो और उसके साथ किस करो, उससे अपनी चुदाई करवाओ।
दोस्तों फिर हमने सब कुछ प्लान किया और फिर हम दोनों ने उस रात को बहुत जबरदस्त जमकर चुदाई की और पूरे मज़े लिए और समीर ने उस रात को मुझे मेरा बॉयफ्रेंड राजेश बनकर बहुत जमकर चोदा और में बहुत खुश थी। फिर दूसरे दिन हमारे बनाए प्लान के मुताबिक दोपहर को करीब 12 बजे मैंने राजेश को अपने मोबाईल से कॉल किया और वो मेरी आवाज सुनकर बहुत चकित हुआ। मैंने कुछ ही समय में उसको अपनी प्यारी प्यारी बातों में उलझाकर अपने घर पर मिलने के लिए बुला लिया, वो मेरी बात सुनकर घर पर आने के लिए मान गया। फिर कुछ देर बातें करने के बाद मैंने फोन रख दिया और करीब एक बजे दरवाजे की घंटी बजी, मुझे अच्छी तरह से पता था कि वो राजेश ही था। फिर मैंने उठकर जाकर दरवाजा खोल दिया और अब में उसको देखकर बहुत खुश हुई और उसको तुरंत दरवाजे से अंदर खींचकर मैंने बहुत टाईट हग किया और उसके गले में अपनी कोमल गोरी गोरी बाहें डालकर मैंने उसको चूमा और बहुत देर तक चूमा और वो भी मुझे जमकर चूम रहा था, वो आज मेरे साथ पूरे दो साल की कसर निकाल रहा था। फिर कुछ देर बाद हम दोनों ने अपना अपना होश संभाला और मैंने उसको बैठा दिया और फिर किचन में जाकर पानी और चाय बनाकर दी। फिर वो चाय पानी पीने के बाद अब मेरी गोद में अपना सर रखकर लेटा हुआ था और मेरे झूलते हुए बड़े आकार के बूब्स से खेल रहा था दोस्तों सच पूछो तो इतने सालों बाद में उसके बदन का स्पर्श पाकर में बहुत खुश थी और में बहुत अच्छा महसूस कर रही थी।
राजेश : कोमल इतने सालो बाद तुझे मेरी याद आई? मैंने तुम्हें बहुत याद किया।
में : राजेश में भी तुम्हें बहुत याद करती थी, इसलिए मैंने आज तुम्हें यहाँ पर बुलाया है, इससे पहले हम कुछ नहीं कर पाए, लेकिन अब तुम अपनी सारी कसर को पूरी कर लो और मुझे अपना बना लो जानू, राजेश में तुमसे बहुत प्यार करती हूँ, प्लीज तुम मुझे अपनी बाहों में भर लो और मुझे प्यार करो और मुझे अपनी बीवी बना लो।
दोस्तों उससे यह बात कहते हुए मैंने उसको चूमना शुरू किया। उसका सर अब भी मेरी गोद में था और में उसका मुहं हाथ से खोलकर उससे प्यार करने लगी थी, उसको भी बहुत मज़ा आ रहा था। अब मैंने उसकी पेंट की तरफ देखा तो उसका लंड अब धीरे धीरे खड़ा हो रहा था। तभी मैंने उसका लंड पकड़ लिया और उसको सहलाने लगी, उतने में ही दरवाजे पर लगी घंटी बजी और फिर मैंने डरने का नाटक किया और हमने तुरंत अपना हुलिया थोड़ा बहुत ठीक किया और मैंने उठकर दरवाज़ा खोल दिया, देखा तो मेरे सामने मेरे पति समीर खड़े हुए थे और उन्होंने पहले प्लान के हिसाब से मुझ पर थोड़ा सा गुस्सा किया।
समीर : क्यों तुमने दरवाजा खोलने में इतना समय कैसे लगा दिया? और यह कौन है, मैंने पहले कभी इसको नहीं देखा, यह हमारे घर में इस समय क्या कर रहा है?
दोस्तों मेरे पति के मुहं से यह सभी बातें सुनकर राजेश एकदम से बहुत डर गया, मुझे उसके चेहरे से उसका डर साफ साफ नजर आ रहा था और वो तुरंत उठ खड़ा होकर मुझसे बोला कि में अब जा रहा हूँ। फिर मैंने कहा।
में : राजेश तुम रूको, तुम्हें ऐसे उठकर कहीं जाने की कोई जरूरत नहीं है और समीर यह राजेश है, यह मेरा कॉलेज के टाईम का दोस्त है। मैंने तुम्हें पहले बताया था कि में उस समय राजेश को बहुत प्यार करती थी और यह वही है।
समीर : ओह तो यह बात है, हाँ तो राजेश तुम मुझे अब सच सच बताओ कि क्या तुम अब भी मेरी बीवी को पहले की तरह चाहते हो और इसको उतना ही प्यार करते हो?
राजेश : वो में वो।
दोस्तों राजेश के मुहं से हकलाते हुए बस दो चार शब्द ही निकले।
समीर : तुम अब बिल्कुल भी मत डरो, हाँ बोलो में अपनी बीवी की खुशी के लिए कुछ भी कर सकता हूँ, फिलहाल उसकी खुशी तुम हो, हाँ बोलो क्या तुम मेरी बीवी को आज भी पाना चाहते हो?
राजेश : हाँ समीर में कोमल को पहले से ही बहुत प्यार करता हूँ और आज भी में उसकी अदाओ पर मरता हूँ और अगर आपकी इजाज़त हो तो उसके साथ वो सब करना चाहता हूँ, जो मैंने इससे पहले आज तक कभी नहीं किया और उसके बदले में आप मुझसे जो माँगो वो में दूँगा।
समीर : अभी तो मुझे कुछ नहीं चाहिए, वक़्त आने पर में तुमसे माँग लूँगा और फिलहाल तुम मेरी बीवी को जी भरकर प्यार करो और उसे खुश करो, में यहीं हूँ चलो अब तुम दोनों अपना काम शुरू करो।
फिर इतना कहते ही समीर ने मुझे मेरे बॉयफ्रेंड राजेश की बाहों में धकेल दिया और मैंने तुरंत राजेश का चेहरा पकड़कर उसके होंठो को चूमना शुरू किया, लेकिन राजेश अब भी थोड़ा सा शरमा रहा था। फिर समीर पास आ गया और राजेश का हाथ पकड़कर उसने मेरी छाती पर रख दिया और उस पर अपने हाथ रखकर राजेश से कहा कि आज के लिए मेरी बीवी तेरी है, चूम ले इसको, चोद ले, तुझे जो करना है कर ले, मेरी बीवी की चूत का चोद चोदकर भोसड़ा बना दे मादारचोद। अब समीर की ऐसी बातें सुनकर राजेश जोश में आ गया और वो मेरे ब्लाउज के ऊपर से ही बूब्स को ज़ोर ज़ोर से दबाने लगा। समीर बहुत करीब से यह सब काम देख रहा था और वो अपना लंड भी मसल रहा था और में भी बिल्कुल पागल हो रही थी।
में : हाँ राजेश ऊह्ह्ह राजू हाँ और ज़ोर से दबाओ अपनी कोमल के बूब्स को आआहह जानुउऊ राजेश ओह्ह्हहह डार्लिंग मुहं में लो मेरे बूब्स को आअहह, उफ्फ्फ्फ़ समीर देख तेरी बीवी कैसे अपने पुराने आशिक़ की बाहों में आज आधी नंगी पड़ी हुई है, आअहह देख भोसड़ी के राजेश पूरे बूब्स अपने मुहं में भरकर चूसो।
राजेश : ऊह्ह्ह्ह भोसड़ी की रांड तू बहुत चिल्ला रही है, में कब से तुझे चोदना चाहता था, लेकिन मुझे आज वो मौका मिला है और में आज तेरी चूत को जरुर फाड़ दूँगा और तेरी चूत का भोसड़ा बना दूंगा।
समीर : में अब अपने हाथों से तुम दोनों को पूरा नंगा करूँगा, तुम तैयार हो जाओ।
फिर इतना कहकर समीर ने जल्दी से मेरी पूरी साड़ी को उतार दिया। उसके बाद मेरा ब्लाउज भी खोल दिया और उसके बाद उसने बिना देर किए मेरा पेटीकोट भी उतार दिया, जिसकी वजह से अब में सिर्फ़ ब्रा पेंटी में थी। फिर उसने मेरी ब्रा पेंटी को भी निकाल दिया और अब में अपने पति और पुराने आशिक़ के सामने बिल्कुल नंगी थी। राजेश मेरे बूब्स को को दबा रहा था और समीर ने राजेश के कपड़े उतारना शुरू किया, उसकी शर्ट को उतार दिया। फिर पेंट को भी उतार दिया और अब वो सिर्फ़ अंडरवियर में था, जिसमें से उसका तनकर खड़ा लंड तंबू बनकर साफ साफ दिख रहा था। फिर समीर ने राजेश की अंडरवियर के ऊपर से उसका लंड दबाया, जिसकी वजह से अब राजेश और भी ज्यादा गरम हो गया और फिर उसने मुझे और समीर दोनों को अपनी बाहों में भर लिया और अपनी छाती पर दबाने लगा। समीर का यह सब करना मेरे लिए किसी आश्चर्य से कम नहीं था। अब राजेश हम दोनों को रगड़ रहा था और मेरे होंठो को चूस रहा था और नीचे समीर उसके लंड को अंडरवियर के ऊपर से दबा रहा था। फिर राजेश ने मुझे बेड के ऊपर लेटा दिया और मेरे दोनों पैरों को खोलकर उसने मेरी चूत पर अपना मुहं रख दिया और अब वो मेरी चूत को चाटने लगा, मुझे बहुत मज़ा आ रहा था और में ना जाने क्या क्या बड़बड़ा रही थी और बिन पानी की मछली की तरह उछल रही थी।
में : ओह्ह्ह्हह प्लीज राजेश मेरे राजा हाँ चाट अपनी इस रंडी की चूत को, मेरा कुत्ता है तू खा जा आईईईईइ उफ्फ्फ्फ़ मेरी चूत गीली हो रही है मादारचोद, तेरी माँ का भोसड़ा उईईईई हाँ में मर गई, हाँ खा जा मेरी चूत को।
फिर उधर समीर, राजेश के घुटनों के नीचे ज़मीन पर सीधा लेट गया और राजेश का 6 इंच लंबा और 2 इंच मोटा लंड अपने मुहं में ले लिया और वो उसको बहुत अच्छे से चूस रहा था।
राजेश : ऊऊहह समीर साले, चूतिए, गांडू, मादरचोद, तेरी बीवी मेरी रंडी है और तू मेरा गुलाम, हाँ चूस मेरा लंड चुस्स्स्स कुत्ते भोसड़ी के।
अब राजेश जोश में आकर यह सब बोल रहा था और वो मेरी चूत को भी चाट रहा था। फिर उसने मुझे बेड के बिल्कुल किनारे किया और मेरी चूत पर अपना लंड टिका दिया और समीर ने अपने दोनों हाथों से अपनी बीवी के यार का लंड पकड़कर अपनी बीवी की चूत के मुहं पर लगाकर अंदर घुसाया, मुझे थोड़ा सा दर्द हुआ। फिर राजेश ने एक ही जोरदार झटका देकर अपना पूरा लंड मेरी चूत की गहराईयों के अंदर डाल दिया, जिसकी वजह से मेरी चीख निकल गयी, लेकिन अब मुझे उसके धक्को से बहुत मज़ा आने लगा था, राजेश मेरे पति के सामने मेरी चुदाई कर रहा था और समीर कभी मेरी चूत रगड़ता तो कभी राजेश के आंड सहलाता और में जोश में आकर ज़ोर ज़ोर से सिसकियाँ लेकर चिल्ला रही थी।
में : हाँ राजेश मेरे यार चोद डाल मुझे और ज़ोर से आअष्ह उफ्फ्फ्फ़ मुझे कब से तुझसे चुदना था और तू आज मुझे चोद रहा है, तेरा लंड कितना मोटा लंबा है, आह्ह्हहह उईईईइ माँ मार डाला बहुत अंदर तक जा रहा है, समीर देख मुझे अपने राजेश के लंड से चुद रही हूँ, उफ्फ्फ्फ़ हाँ तू मेरा यार राजेश कितना मर्दाना है, हाँ राजेश में आज से तेरी रंडी हूँ, रखेल हूँ ऊओह राजू में तुमसे बहुत प्यार करती हूँ, उईईईईई राजेश हाँ चोद।
दोस्तों वो करीब 30 मिनट तक एक ही पोज़ में लगातार मुझे चोदता रहा। फिर में डॉगी स्टाईल में बैठ गई और राजेश ने तुरंत पीछे से मेरी चूत में अपना लंड डाल दिया। उसके बाद में पांच मिनट धक्के झेलने के बाद ही झड़ गई और मेरा पूरा शरीर एकदम अकड़ गया, लेकिन राजेश ने अपनी चुदाई अब भी जारी रखी, वो बहुत ज़ोर ज़ोर से धक्के मार रहा था और समीर राजेश के पीछे से झुककर उसकी गांड को चाट रहा था। अब समीर बोल रहा था।
समीर : हाए राजेश तेरा लंड तो बहुत मस्त है, चोद मेरी बीवी को आअहह मादरचोद चोद और ज़ोर से आज से कोमल तेरी रंडी है, मुझे तेरी गांड चाटने में भी मज़ा आ रहा है हुन्न आआशह।
राजेश : समीर मेरी जान में अब तो तुझे भी चोदना चाहता हूँ।
दोस्तों यह सब काम मेरे लिए बिल्कुल नये अनुभव जैसा था, अपने पति की गांड को मरवाना और उसे अपने सामने मरवाते हुए देखना मुझे बहुत अच्छा लग रहा था। कुछ देर में राजेश ने मुझे छोड़कर समीर को बेड पर कुत्ते की स्टाईल में बैठा दिया और अब उसकी गांड को चाटकर पूरी गीली कर दिया। फिर मैंने राजेश का लंड चूसकर गीला किया और अपने हाथ से अपने पति की गांड पर अपना बहुत सारा थूक लगाया, राजेश ने थोड़ा सा धक्का दे दिया और आधा लंड समीर की गांड में घुस गया और वो बहुत ज़ोर से चिल्ला रहा था।
समीर : ऑश राजेश उफफ्फ्फ्फ़ मार डाला, हाए तेरा लंड कितना बड़ा है आह्ह्हहह मादरचोद भोसड़ी के आआहह।
राजेश : समीर डार्लिंग अभी तो मेरा सिर्फ आधा लंड ही अंदर गया है, यह ले पूरा अंदर ले आआअहह।
दोस्तों इतना बोलकर राजेश ने अपना पूरा लंड समीर की गांड में डाल दिया और ज़ोर से झटके मारकर चुदाई करने लगा और वो ज़ोर ज़ोर से चीखता चिल्लाता रहा। दोस्तों फिर वह मेरी पति की गांड में ही झड़ गया और फिर मैंने अपने पति की गांड और बॉयफ्रेंड का लंड चाटकर साफ किया। अब तो मेरी जब भी इच्छा होती है तो दोनों से रंडी की तरह चुदवाती हूँ और हम बहुत मजे करते है ।।
धन्यवाद …
Mujhse bhi chudwalo mara bhi 7 inch k lund h bhot mjaa ayega
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