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मेरे प्यारे दोस्तों मेरा नाम रिया है, मैं अभी २० साल की हु, और माँ बनने बाली हु वो भी कुंवारी माँ और मेरे बच्चे का होने बाला पापा और कोई नहीं मेरा भाई है, आपको थोड़ा अजीब लग रहा होगा पर ये बात सच है, आपको आज मैं अपनी मन की बात कह रही हु, क्यों की मैं आज तक किसी से ये बात कह नहीं पाई हु, और आज मैं आपके ऊपर छोड़ रही हु की मैं क्या करूँ, मेरे गर्व में तीन महीने का बच्चा है, क्यों की मैं प्रेगनेंसी टेस्ट करने बाली किट से चेक की हु और मेरा टेस्ट पॉजिटिव है, और तीन महीने से माहवारी भी नहीं हुई है. मैं आज आपको अपनी पूरी कहानी लिखने जा रही हु.
कल मैं दिन रात सोचते रही की मुझे अपनी ये कहानी लिखनी चाहिए की नहीं, दिन भर इंटरनेट पे इधर उधर देखती रही, तब मुझे अन्तर्वासना-स्टोरी डॉट कॉम पे ऐसी कई सारे कहानियां मिली जिसमे भाई बहन के सेक्स के बारे में था. तो मैं भी सोची की क्यों ना अपना दिल का बोझ हल्का करूँ, तो मैं अब सीधे कहानी पे आती हु. मेरा भाई जो की मुझसे दो साल बड़ा है, उसका नाम राजीव है, मैं राजीव भैया कहती हु, हमलोग इंदौर के रहने बाले है. और दिल्ली में रह कर पढाई करते है. माँ पापा दोनों कॉलेज में प्रोफेसर है, नोयडा में हम दोनों भाई बहन किराए के मकान में रहते है. मेरा भाई कम्पटीशन का तैयारी कर रह है और मैं बी कॉम में पढ़ती हु.
जब मैं दिल्ली आई तो यहाँ की चकाचौंध में खो गई, और मैं कुछ ज्यादा ही मॉडर्न बन गई, अपने कॉलेज के दोस्त के साथ सिगरेट पीना मॉल में घूमना शॉपिंग करना, और अच्छे अच्छे ड्रेस लाना और पहनना, क्यों की मुझे यहाँ पर खुली छूट मिली थी, माँ और पापा दोनों अपने अपने जॉब पे है मध्य प्रदेश में, तो किसी का डर नहीं था, मुझे अपने चेहरे अपर कपडे का काफी ध्यान रहता हाउ इस वजह से मैं हमेशा मैं ब्यूटी पार्लर जाती थी, और दिल्ली में एक मार्किट है सरोजिनी नगर मार्किट जहां से लेटेस्ट और मॉडर्न कपडे लेती थी, दिन में तो थोड़ा ठीक ठाक कपडे पहनती पर रात में गर्मी के चलते मैं बिलकुल छोटा सा स्कर्ट और ऊपर एक पतली सी बनियान के तरह, मेरी चूचियाँ जो की बड़ी ही सुडौल और अच्छी साइज की थी ऊपर से आधी दिखती रहती थी, और छोटे से स्कर्ट से मेरी मोटी मोटी गोल गोल गोरी गोरी जाँघे जो की किसी का भी लण्ड खड़ा कर दे ऐसी थी.
ये सब देख कर मेरा भाई रोज रोज बाथरूम में जाकर और नहीं तो सिर्फ चादर ओढ़कर मूठ मारते रहता था मैंने कई बार नोटिस की थी पर मुझे अच्छा लगता था, वो मुझसे हमेशा टच करता था और जब मैं बैठ कर पढ़ती थी, तब वो मेरी चूचियों को ऊपर से देखते रहता था, और कोशिश करता था मेरी पेंटी भी दिख जाये, धीरे धीरे मैंने मोबाइल फ़ोन पर एडल्ट क्लिप देखने लगी, रात को बाथरूम में जाकर एडल्ट मूवी देखते और अपनी चूचियाँ मसलती, और अपने चूत को सहलाती, जब मैं अपने बदन को खुद सहलाती तो मेरे पुरे शारीर में सिहरन हो जाती और मेरी चूत गीली हो जाती फिर पानी पि कर कोल्ड ड्रिंक्स पि कर अपने बदन की ज्वाला को शांत करती. फिर मैंने अपनी एक दो सहेली से बात करने लगी की क्या वो सेक्स करती है.
निशा मेरी फ्रेंड्स थी. उसने कहा की मैंने अपने मामा जी के बेटे जो की मेरा रिश्ते में भाई लगता है उससे मैं सेक्स सम्बन्ध बनाती हु, और कई लड़कियां थी जिसने खुल कर मुझसे बात की और बोली की हां मैं वर्जिन नहीं हु, सभी न कहीं ना कही मुँह मारी ही थी. तब मेरा हौसला बढ़ा, और मैंने अपने भाई को भी अपनी बहसी निगाहों से देखने लगी. अब मुझे अपने ही भाई के डोले सोले और सिक्स पैक पैक अच्छे लगने लगे, उसके बाद अब मैं भी उसको टच करने लगी, वो तो पहले से भी मेरी भड़काऊ ड्रेस से मोहित था अब मैं भी लाइन देने लगी. मैंने निशा से खुल कर बात की की निशा तुम मुझे बताओ मैं क्या करूँ मैं वासना की आग में जल रही हु, मैं चुदना चाहती हु, मेरे योनि की ज्वाला शांत नहीं हो रही है, मैं पागल हो जाउंगी दिन भर मुझे लड़को के बारे में ही ख्याल आते रहता है, मैं बड़ी ही मुश्किल दौर से गुजर रही हु, तू ही मुझे कुछ राय दो. तो उसने कहा एक काम कर तू भी मेरे मामा जी लड़के विक्की से चुदवा ले मैं भी तो उसी से चुदवाती हु, ऐसा करने से घर की बात घर में ही रह जाएगी और तुम्हे कोई ब्लैक मेल भी नहीं करेगा, मुझे उसकी ये बात जच गई.
दो दिन तक सोचते रही, पर मुझे अच्छा नहीं लगा मुझे लगा की कही वो मेरी वीडियो ना बना ले और मुझे ब्लैकमेल ना करे तो मैंने सोचा क्यों ना अपने भाई से ही रिश्ता कायम कर लु. घर की बात घर में, अब मैं अपने भाई से ही चुदने के सपने देखने लगी. और वो वक्त आ गया, जब उसका बर्थ डे था सुबह सुबह मैंने उसको विश किया पर अंदाज कुछ अलग था मैंने उसके गले लगा लिया, और वो भी मुझे अपनी बाहों में भर लिया, वो मेरे पीठ को सहलाने लगा और मैं भी उसके कंधे पे मुंह रख कर अपने सीने से चिपकाई हुई थी, मैं अपने चूचियों को रगड़ रही थी, फिर दोनों एक दूसरे को सहलाते रहे और मैंने फिर उसके होठ पे अपना होठ रख दिया की उसकी साँसे एक दम गरम हो गई, और दोनों एक दूसरे को चूमने लगे. आप लोग यह कहानी अन्तर्वासना-स्टोरी डॉट कॉम पर पढ़ रहे है | मेरे भाई का लण्ड खड़ा हो गया था जो मेरी जांघों को छु रहा था, मैं पागल होने लगी और मैं उसके लण्ड को अपने हाथो में ले ली और दबाने लगी. उसके मुंह से सिसकियाँ आने लगी. और फिर मैंने कहा आज से हम दोनों भाई बहन के अलावा बॉय फ्रेंड और गर्ल फ्रेंड है, तो उसने कहा मैं तो कब से ये सपने देख रही थी, और आज तुमने मुझे बर्थ डे पे ये गिफ्ट देकर दुनिया का सबसे बड़ा गिफ्ट दे दिया है, और फिर दोनों बेड पे लेट गए, मेरा भाई मेरी चूचियों के दबाने लगा, मैंने अपना ऊपर का कपडा खोल दी ब्रा के अंदर मेरी मस्त मस्त चूचियाँ पैक थी, जिसको जल्द ही मेरा भाई आज़ाद कर दिया, और फिर निप्पल को अपने दाँतों से काटने लगा. फिर उसने मेरी पेंटी उतार दी, और जांघों के बिच में बैठ कर वो मेरी चूत को निहारने लगा. मैं अपने चूत को हमेशा शेव करती हु, जिससे बिलकुल साफ़ रहता है, फिर वो ऊँगली डालने लगा पर मैंने मना कर दी, क्यों की मुझे लण्ड चाहिए था वो भी जल्दी, मेरी चूत गीली हो चुकी थी, मैंने कहा भाई देर मत कर, और फिर उसने अपना मोटा काला लण्ड जो की करीब ८ इंच का था, मेरी चूत के बिच में रखकर पहले वो रगड़ने लगा, और मुझे तड़पाने लगा, मैं पूछी ये क्यों कर रहे हो डालते क्यों नहीं जल्दी तो बोला की मैं तुमने सेक्स की चरम सीमा पे ले जाना चाह रहा हु, क्यों की चुदाई से पहले स्पर्श ज्यादा जरूरी है, मैंने पूछा ये बात तुम्हे कहा से पता चला तो बोला माँ से, मैंने कहा माँ से क्या बोल रहे हो, तो बोला हां मैं सच बोल रहा हु, मैं माँ को करीब ६ साल से चोद रहा हु, क्यों की पापा जी का लण्ड अब खड़ा नहीं होता तो माँ मुझसे ही चुदवाती है. मैंने हैरान हो गई, मैंने कहा अच्छा तो तुम मदर चोद और अब बहनचोद दोनों हो गए हो, तो मेरा भाई बोला हां तुम सच बोल रही. है और फिर वो मेरे चूत में अपना मोटा लण्ड दाल दिया मैं दर्द से कराहने लगी, पर वो दर्द मुझे मीठी लग रही थी, मैं थोड़े ही देर में अपना गांड उठा उठा के चुदवाने लगी, क्या बताऊँ दोस्तों मुझे पहली चुदाई का एहसास हुआ, और मुझे चुदने का लत लग गया, मैं रोज रोज भाई से चुदने लगी. वो मुझे दिन में करीब दो बार चोदता, हम दोनों साथ ही अब सोने लगे, और पति पत्नी की तरह रहने लगे, पर एक जो गड़बड़ हो गई ही क्यों की मैं प्रेग्नेंट हो गई हु, अब क्या करूँ मुझे समझ नहीं आ रहा है, क्या आप मुझे राय देंगे ताकि मैं कुछ निष्कर्ष पे पहुंच सकूँ, मुझे आपके कमेंट का इंतज़ार रहेगा तभी मैं कुछ सोच पाऊँगी, तो प्लीज मेरी हेल्प कीजिये कमेंट कीजिये प्लीज |
Bidhba bhabhi ki chudai ki kahani mail kegea
Ab fir aap ne Kia keeta
aap apne bachha ko janm diji sadi bhi kar lijiye eaisa rista kahi nahi milega