Bhabhi Devar Ki Chudai Kahani – | otelsan.ru //otelsan.ru Odia Sex Stories Fri, 07 Jun 2019 17:20:47 +0000 en-GB hourly 1 /> भाभी की मखमल चुत से देबर की प्यास बुझी – Bhabhi Ki Makhmal Chut Se Devar Ki Pyas Bujhi | otelsan.ru //otelsan.ru/xbrasilporno/bhabhi-ki-makhmal-chut-se-devar-ki-pyas-bujhi/ //otelsan.ru/xbrasilporno/bhabhi-ki-makhmal-chut-se-devar-ki-pyas-bujhi/#comments Fri, 07 Jun 2019 17:20:47 +0000 //otelsan.ru/xbrasilporno/?p=5625 [...]]]> सभी पाठकों को मेरे नस्कार, मैं अजय आप सभी की तरह एक पाठक हूँ । अपनी एक खास स्टोरी आपके साथ शेयर करने जा रहा हूँ वो अपनी भाभी के साथ हुई चुदाई की कहानी । दोस्तों मेरे लंड ६ इंच की हे और सरीर की लम्बाई ५फ्ट ६िंच हे । रोज भौजा पे ओड़िआ और हिंदी दोनों सेक्स कहानी पढता हूँ । ाचा लगता हे और काम भी हो जाता हे जैसे आपके ऐसे मेरा भी । फिर भाभी की चुदाई की मजा सभी को तो लेना हे न तो पढ़िए और मजा लीजिये ।
दोस्तों मेरे चचेरे भाई की शादी अभी करीब आठ महीने पहले ही हुई है और में उनकी शादी में उनके सभी कामों को करने के बाद अपने घर पर आ गया, लेकिन मेरा मन तो मेरी भाभी पर आ गया और में अब हर समय उनकी सुन्दरता और उनके वो बदन पर उभरे हुए बूब्स, गांड को सोच सोचकर मुठ मारने लगा और में उनके पास जाने, उन्हें छूने और चोदने के बारे में सोचने लगा, लेकिन अपनी पढ़ाई की वजह से में जा ना सका, लेकिन वो दिन आ ही गया और भगवान ने मेरी मन की बात सुन ली और फिर में उनके घर पर पहुंच गया। दोस्तों यह घटना अभी कुछ दिन पहले की है जब में अपने गावं गया हुआ था, वहाँ पर जब भाभी को पूरे आठ महीने के बाद देखा तो वो अब और भी ज़्यादा सुंदर लग रही थी, उनका जिस्म अब पूरी तरह से भर चुका था और उनके बूब्स अब और भी ज्यादा उभरकर बाहर आ गये थे और उनकी गांड अब मुझे अपनी तरफ कुछ ज्यादा ही आकर्षित कर रही थी, शायद वो अपनी शादी के बाद अपनी सेक्स लाईफ में बहुत खुश थी, वो सब मुझे उनके गदराए हुए बदन से पता चल रहा था। फिर जब में वहां पर पहुंचा तो उन्होंने मेरा मुस्कुराकर स्वागत किया और में मन ही मन बहुत खुश हुआ। मुझे उनके जिस्म का यह रूप देखकर बहुत अच्छा लगा। फिर एक दिन वहां पर रुकने के बाद मेरे भाई को अचानक किसी जरूरी काम से एक हफ्ते के लिए शहर जाना पड़ा और अब घर पर में, मेरी भाभी और चाची जी थी, मेरे चाचा जी का कुछ साल पहले देहांत हो गया था तो इसलिए घर में सिर्फ अब तीन लोग थे, लेकिन अब भाई के अचानक से बाहर चले जाने की बात से मेरी भाभी थोड़ी उदास हो गई और फिर वो चला गया। अब रात को मेरी चाची जी खाना खाकर जल्दी ही सो गई तो में और भाभी अब एक साथ बैठकर टी.वी. देख रहे थे, लेकिन टी.वी. देखना तो मेरे लिए सिर्फ एक बहाना था, में तो चोरी छुपे उनके वो बड़े बड़े बूब्स को ताक रहा था और अपने लंड को गरम कर रहा था, शायद इस बात का अंदाजा मेरी भाभी को भी लग गया था, लेकिन फिर भी वो मुझसे कुछ नहीं बोली और फिर कुछ देर के बाद टी.वी. देखते देखते भाभी वहीं पर सो गई और मैंने देखा तो उनकी साड़ी का पल्लू उनकी छाती से पूरा नीचे सरक गया था और अब मुझे उनके ब्लाउज के अंदर से उनके बूब्स क्या सेक्सी लग रहे थे और अब मुझे उनके बूब्स के बीच की दरार भी साफ साफ दिख रही थे। यह सब नजारा अपनी आखों के सामने अपने से कुछ दूरी पर देखकर मेरा लंड एकदम से खड़ा हो गया और पेंट में तंबू बन गया और में उन्हें देखकर बहुत जोश में आ गया। फिर मैंने थोड़ी हिम्मत करके अपना एक हाथ आगे बढ़ाया, लेकिन मेरी किस्मत उस समय कुछ खराब थी और मैंने देखा कि मेरे छूकर महसूस करने से पहले ही मेरी भाभी की आँख खुल गई। फिर मैंने तुरंत घबराकर अपना हाथ पीछे खींच लिया और एकदम सीधा होकर बैठ गया और टी.वी. देखने लगा, लेकिन उसी समय भाभी की नज़र मेरे तंबू पर पड़ गई और वो अब मेरे लंड को कुछ देर देखकर मेरी तरफ मुस्कुराकर मुझसे कहने लगी कि देवर जी अब आपके हावभाव को देखकर लगता है कि आपकी शादी हमे बहुत जल्दी करवानी पड़ेगी।

फिर मैंने भी उनकी तरफ मुस्कुराकर मजाक में कहा कि हाँ जरुर करवा दो, क्या कोई लड़की है आपकी नजर में? फिर वो बोली कि बताओ आपको कैसी लड़की चाहिए? में बहुत जल्दी वैसी ही लड़की आपके सामने लाकर आपकी उससे शादी करवा दूंगी। फिर मैंने तुरंत उनसे कहा कि मुझे एकदम आपके जैसी लड़की चाहिए तो वो ज़ोर से हंसकर मुझसे धत कहकर सोने चली गई। दोस्तों उन्होंने शायद मेरी उस बात को मजाक समझ लिया था और जब कि में उनसे उस रात को अपने दिल की सभी सच सच बातें कह चुका था और जिन्हें सुनकर वो अपने कमरे में चली गई, लेकिन में अब उनके कामुक जिस्म के बारे में सोचकर मुठ मारकर अपने लंड को ठंडा करके सो चुका था। फिर अगले दिन सुबह चाची पड़ोस में किसी की घर पर चली गई और वो भाभी को कहकर गई कि वो थोड़ा देरी से आएगी और जब में सोकर उठा तब मुझे भाभी ने यह बात बताई, जिसको सुनकर में मन ही मन बहुत खुश हुआ और मैंने अब सोच लिया कि आज में कैसे भी करके अपनी भाभी फंसाकर चोद ही लूँगा। घर पर अब सिर्फ़ में और भाभी अकेले थे, में भाभी को अब बहुत घूर घूरकर देख रहा था और उन्होंने मुझे ऐसा करते हुए देख लिया था, लेकिन फिर भी मुझसे उन्होंने कुछ नहीं कहा, शायद उनका मेरा इस तरह से उनके बूब्स को देखना उन्हें भी बहुत अच्छा लग रह था, अब वो भी मेरे सामने ज्यादा से ज्यादा झुक झुककर मुझे अपने बूब्स के दर्शन करवा रही थी और में मज़े लेता रहा और अपनी आखों से देखता रहा और कुछ देर बाद वो मुझसे मुस्कुराते हुए बोली।

भाभी : क्यों ऐसे मुझे घूर घूरकर क्या देख रहे हो, क्या मुझे खा जाने का इरादा है?

में : नहीं भाभी ऐसा कुछ भी नहीं है।

भाभी : नहीं कुछ तो है, लेकिन शायद तुम मुझे वो बताना नहीं चाहते?

में : नहीं बस वो तो ऐसे ही।

भाभी : मुझे ऐसा लगता है कि तुम अब ज्यादा बड़े हो गये हो।

फिर वो मुझसे इतना कहकर वहां से सीधा किचन में चली गई और में उनके बारे में सोचने लगा। फिर रात तक हमारे बीच ऐसा कुछ नहीं हुआ, बस थोड़ा बहुत हंसी मजाक हुआ और फिर रात को खाना खाकर सब लोग अपने अपने रूम में सोने चले गये। फिर मैंने भी अपनी भाभी को याद करके उनके बूब्स को सोचकर मुठ मारी और अब में भी थककर लेट गया, लेकिन मेरे लेटने के थोड़ी ही देर बाद मेरे कमरे का दरवाजा खुला देखा। फिर मैंने देखा कि दरवाजे पर भाभी खड़ी हुई थी और मेरे कहने पर वो अंदर चली आई और में भी अपने बेड पर उठकर बैठ गया और तभी भाभी मटकती हुई अंदर आई और अब मैंने उनसे पूछा।

में : क्यों भाभी क्या हुआ, आप अभी तक सोई नहीं?

भाभी : कुछ नहीं, वो मुझे जाने क्यों नींद नहीं आ रही तो मैंने सोचा कि में आपके पास चली जाऊँ।

में : हाँ वो तो आपने ठीक किया कि आप मेरे पास चली आई, लेकिन भाभी ऐसा क्यों और आपको अब तक नींद क्यों नहीं आ रही, आपकी तबियत तो ठीक है ना?

भाभी : नहीं ऐसी कोई बात नहीं है और मेंरी तबियत एकदम ठीक है, वो तो मुझे बस तुम्हारे भैया की आज बहुत याद आ रही है तो में ना जाने क्यों आज उनकी बहुत कमी महसूस कर रही हूँ?

दोस्तों मेरा लंड अभी भी एक बार मुठ मारने के बाद भी तनकर खड़ा हुआ था और शायद भाभी ने इस बात पर गौर कर लिया और फिर वो मुझसे पूछने लगी।

भाभी : क्यों तुम्हारी क्या कोई गर्लफ्रेंड है?

में : नहीं मेरी कोई गर्लफ्रेंड नहीं है, लेकिन आप मुझसे यह सब क्यों पूछ रही हो?

भाभी : नहीं वो तो में बस ऐसे ही पूछ रही थी, लेकिन तभी तो तुम ऐसे हो?

में : क्या? भाभी में आपके कहने का मतलब बिल्कुल भी नहीं समझा कि आपका इशारा किस तरफ है?

फिर अचानक से उन्होंने मेरा लंड को पेंट के ऊपर से पकड़कर मुस्कुराते हुए कहा कि तभी यह हर समय मुझे देखकर सलामी देता रहता है। दोस्तों में अब उनके मुहं से यह सभी बातें सुनकर एकदम चकित हो हो गया, क्योंकि मुझे बिल्कुल भी उम्मीद नहीं थी कि कभी भाभी खुद मुझसे यह सब भी कह सकती है, मुझे अपने कानों पर बिल्कुल भी विश्वास नहीं हो रहा था कि उन्होंने मुझसे यह कैसे कह दिया? में अब एकदम चुपचाप स्तब्ध होकर अपनी अचंभित नजर से उनकी तरफ देख रहा था, लेकिन में मन ही मन बहुत खुश था और फिर भाभी मुझसे बोली।

भाभी : देखूं तो आपका कितना लंबा है और बस इतना कहकर उन्होंने झट से मेरी पेंट को उतार दिया।

में : भाभी जी आप यह सब क्या कर रही हो?

भाभी : चुप साले पूरे दिन भर तो तू मुझे ऐसे घूरता है जैसे तो मुझे खा ही जाएगा और अभी एकदम सीधा बन रहा है।

में : हाँ भाभी खा तो में अभी भी जाऊँ आपको, लेकिन।

भाभी : लेकिन क्या? तुझे रोका किसने है और में तो कब से तेरा इंतजार कर रही हूँ।

दोस्तों यह बात कहकर वो अब नीचे बैठकर अंडरवियर के ऊपर से ही मेरे खड़े लंड को अपने मुहं में लेकर चूसने लगी। दोस्तों में तो अब सातवें असमान पर था और कुछ देर बाद मैंने उन्हें ऊपर उठाया और किस करने लगा। फिर मैंने उन्हें लगभग दस मिनट तक किस किया, लेकिन वाह दोस्तों उनके क्या मस्त गुलाबी, मुलायम, रसीले होंठ थे? मुझे उन्हें छूने से ही ऐसा लग रहा था कि जैसे मैंने कोई शहद भरा प्याला अपने मुहं से लगा लिया हो। फिर मैंने उनके होंठो को चूसा और फिर गर्दन को चूमने लगा, अब वो बिल्कुल मधहोश होकर उहमम्म्म आआहह उह्ह्ह्ह कर रही थी। तभी अचानक उन्होंने मुझे अपने से दूर हटाया और अब उन्होंने मेरी शर्ट को ज़ोर से झटका देकर सारे बटन तोड़ दिए और अब वो मेरी छाती पर किस करने लगी और मेरे निप्पल को भी चूसने लगी और अब मेरा लंड अंडरवियर फाड़कर बाहर निकलना चाहता था। में एक बार फिर से उन्हें नीचे लाया और अब में उनके ब्लाउज के बटन खोलने लगा तो उन्होंने एकदम से मेरा हाथ पकड़ लिया और फिर उन्होंने मुझसे कहा कि खोलो मत फाड़ डालो और अब मैंने भी ठीक वैसे ही किया जैसा उन्होंने मुझसे करने को कहा। फिर मैंने देखा कि उन्होंने अंदर काली कलर की ब्रा पहनी हुई थी और गोरे बदन पर वो काली कलर की ब्रा क्या मस्त लग रही थी? मैंने अब ब्रा के ऊपर से उनके बूब्स को ज़ोर ज़ोर से दबाए और अब में उन्हें चूसने लगा। मैंने उनकी निप्पल को चूस चूसकर एकदम लाल कर दिया और वो मेरे सर को अपने बूब्स पर ज़ोर से दबाने लगी। फिर मैंने कुछ देर बाद बूब्स को छोड़कर अब उनकी नाभि को किस करने लगा और मेरे यह सब करने से वो एकदम जोश में आकर मचलने लगी और तड़पने लगी।

तभी उन्होंने मुझसे कहा कि मेरे प्यारे देवर जी अपनी भाभी को इस तरह इतना तड़पाना बिल्कुल भी अच्छा नहीं है, प्लीज जल्दी से अपना वो मेरे अंदर डालकर मुझे एक बार त्रप्त कर दो और मेरी आग को ठंडा कर दो। दोस्तों उनके मुहं से यह शब्द सुनकर में अब और भी जोश में आ गया और मैंने उनके दोनों पैरों को फैलाकर अपने लंड को चूत पर रखकर धीरे से धक्का दिया और फिर मेरा लंड फिसलता हुआ अंदर चला गया, में उन्हें ज़ोर ज़ोर से धक्के देकर चोदने लगा और वो अब ज़ोर ज़ोर से सिसकियाँ लेने लगी और मुझसे कहने लगी कि हाँ देवर जी और ज़ोर से हाँ और ज़ोर से दो मुझे हाँ और दम लगाकर चोदो, उह्ह्ह्हह्ह आईईईइ माँ उफफ्फ्फ्फ़ आज मेरी प्यास बुझा दो। दोस्तों वो इतना कहते कहते एकदम से ठंडी हो गई, शायद वो झड़ चुकी थी और में लगातार धक्के देता रहा और करीब बीस मिनट की चुदाई के बाद में भी झड़ गया और मैंने अपना वीर्य उनकी चूत में डाल दिया और उनके ऊपर लेटा रहा। वो मेरे सर पर अपना एक हाथ घुमा रही थी और वो अपने दूसरे हाथ से मेरे लंड को सहला रही थी और मुझे उसके चेहरे से उसकी संतुष्टि साफ साफ नजर आ रही थी।

फिर कुछ देर बाद में उनके पास लेट गया और हम दोनों एक दूसरे के जिस्म पर अपने हाथ घुमा रहे थे। दोस्तों उस रात मैंने अपनी भाभी को चार बार चोदा, लेकिन उसके बाद जब तक भैया घर पर नहीं आए तब तक मैंने उन्हें कई बार चोदा और वो मेरी चुदाई से बहुत खुश थी। फिर भैया के आने के कुछ दिनों बाद में अपने घर पर चला आया, लेकिन अब भी हम जब कभी मिलते है तो मौका देखकर चुदाई के मज़े जरुर लेते है और वो भी हमेशा मेरा पूरा पूरा साथ देती थी और मेरे साथ बहुत मज़े करती है ।।

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मेरी नयी भाभी की कुंवारी चूत चुदाई – Meri Nayi Bhabhi Ki Kunwari Chut Chudai | otelsan.ru //otelsan.ru/xbrasilporno/meri-nayi-bhabhi-ki-kunwari-chut-chudai/ //otelsan.ru/xbrasilporno/meri-nayi-bhabhi-ki-kunwari-chut-chudai/#respond Thu, 09 May 2019 17:32:41 +0000 //otelsan.ru/xbrasilporno/?p=5459 [...]]]> हेलो दोस्तों, मैं हूँ राज और आप सब मेरे साथ otelsan.ru पे कहानी पढ़ रहे हैं । आज मैं आपको मेरे भाभी के बारे में बताऊंगा । ये कहानी लिखते हुए मेरे लंड सीधे कड़ी हो जाता हे । भाभी की चूचियां बहत मस्त हे और दबाने में जो मजा और कंही पे नहीं । तो चलिए कहानी पे चलते हैं कुछ इंट्रोडक्शन के बाद ।
दोस्तों यह मेरा पहला सेक्स अनुभव है। मेरा नाम तो आप सभी जानते है और में अभी अहमदाबाद रहता हूँ और मैंने अभी कुछ समय पहले ही अपनी कॉलेज की पढ़ाई पूरी की है और अब में एक इंजिनियर हूँ और में अच्छा ख़ासा पैसा कमाता हूँ और बहुत ही शरीफ़ लड़का हूँ। मेरी उम्र 25 साल है और में दिखने में बहुत अच्छा हूँ।
मेरी हाईट 5 फिट 8 इंच है और में उत्तरप्रदेश का रहने वाला हूँ और मेरी फेमिली मुझसे हमेशा बहुत ही खुश रहती है और में अपनी फेमिली का सबसे दुलारा बेटा हूँ और अब में अपनी आज की स्टोरी पर आता हूँ।

दोस्तों यह कहानी उस समय की है जब में अपने भैया की शादी में अपने घर पर गया हुआ था और अभी मेरी भाभी को आए हुआ 4 दिन हुए थे और उनके घरवाले उन्हे ले जाने के लिए आए थे। वो सभी शाम को आए थे और दूसरे दिन सुबह जल्दी ही उन्हे ले जाने वाले थे, तो में उसी रात को छत पर अकेला बैठा हुआ था। तभी मुझे किसी के आने की आहट सुनाई दी तो मैंने पीछे मुड़कर देखा तो मेरी नई भाभी ऊपर आ रही है।

में : अरे भाभी आप यहाँ पर?

भाभी : हाँ लेकिन आप अकेले छत पर क्या कर रहे है?

में : बस भाभी में अकेले बैठकर यही सोच रहा था कि मुझे पता ही नहीं लगा कि कब मेरी छुट्टियाँ भी खत्म हो गई और अब आप भी कल सुबह अपने घर पर चले जाओगे?

तो दोस्तों में उस समय बहुत उदास होकर बैठा हुआ था और मुझे रात में छत पर बैठना बहुत अच्छा लगता है।

भाभी : (थोड़ा दूर बैठकर) हाँ मुझे आपकी बहुत याद आएगी।

में : ऐसा क्यों?

भाभी : आप मेरे साथ हर रोज बात करते थे और मुझे बहुत हँसाते थे।

में : तो क्या हुआ भाभी में आपके फोन पर बात करूँगा ना।

भाभी : आपको अकेला देखकर मुझे बहुत दुख होता है।

में : लेकिन वो क्यों?

भाभी : वो आप बहुत अच्छे होना इसलिए।

में : क्या भाभी आप भी, प्लीज मज़ाक मत करो।

भाभी : चलो नीचे सबके साथ बैठो, तुम्हारा भी उनके साथ मन लगेगा।

में : नहीं भाभी, आज मेरा मूड नहीं, आप जाओ।

भाभी : अच्छा चलो यह बताओ कि आपकी क्या कोई गर्लफ्रेंड है?

दोस्तों में उनके मुहं से यह बात सुनकर एकदम चकित हो गया और कुछ देर सोचने के बाद बोला कि नहीं भाभी मेरी कोई भी गर्लफ्रेंड नहीं है सिर्फ़ दो अच्छी दोस्त है, तो वो झट से बोली कि सिर्फ़ दोस्त या और भी कुछ? तो मैंने कहा नहीं बस दोस्त और में थोड़ा मुस्कुराया और कहा कि भाभी मज़ाक बंद करो। दोस्तों में थोड़ा अपनी भाभी के बारे में भी बता दूँ, वो नई दुल्हन बहुत ही सुंदर और उनके मस्त फिगर का साईज 32-28-32 होगा वो मस्त सेक्सी लगती थी, लेकिन मैंने कभी भी उनके बारे में ऐसा कुछ नहीं सोचा था। फिर हमने बहुत देर तक बातें की और फिर खाना खाने के लिए नीचे आ गए, तो में अपने रूम में जाकर लेट गया और आज भैया किसी रिश्तेदार के यहाँ पर शादी का काम था तो वो रात को नहीं आने वाले थे और थोड़ी ही देर में मेरी आँख लग गयी और कुछ देर में मुझे महसूस हुआ कि मेरे सर पर कोई हाथ फेर रहा है, तो मैंने तुरंत आँख खोली और देखा तो मेरी भाभी मेरे पास बैठी हुई थी, तो मैंने उनसे कहा कि भाभी आप यहाँ और वो भी इतनी रात में कोई अगर आपको मेरे पास देखेगा तो बहुत बड़ा बवाल हो जाएगा। दोस्तों उनकी उम्र 23 साल की होगी, तो भाभी बोली कि मुझे तुम्हारी छत पर की हुई बातें याद आ रही थी, तो मैंने सोचा कि में तुमसे थोड़ी और बात करती हूँ, लेकिन मैंने यहाँ पर आकर देखा कि तुम तो सो चुके थे।

फिर भाभी ने मेरा सर सहलाते हुए अपना एक हाथ मेरे होंठ पर रख दिया और मैंने झट से काट लिया वो चिल्लाई और वो बोली कि आप बहुत शैतान हो और अब जब में भी तुमसे शैतानी करूँगी तो रोना मत, तो मैंने बोला कि हाँ करिए ना आपको किसने मना किया है और फिर भाभी बोली कि मुझे भी आज यहीं पर सोना है, तो में आज एक बार फिर से उनकी यह बात सुनकर बहुत हैरान हो गया और मैंने बोला कि नहीं भाभी आप मेरे पास मत सोना, में रात को नींद में बहुत हाथ पैर फेंककर सोता हूँ, लेकिन वो तो बोली कि कोई बात नहीं, में भी ऐसे ही सोती हूँ और फिर वो बोली कि आप लेटे रहो में अभी कुछ देर में अपने कपड़े बदलकर आती हूँ और थोड़ी ही देर में वो एक गुलाबी कलर की मेक्सी पहनकर आई और वो उस मेक्सी में क्या कयामत लग रही थी? दोस्तों में तो उसे देखकर पहली बार पागल हुआ और उनको बस घूर घूरकर देखता ही रहा। उनके गोल गोल बड़े बूब्स उस मेक्सी के अंदर होने के बाद भी एकदम बड़े आकार के दिख रहे थे, क्योंकि उनकी वो मेक्सी बहुत टाईट थी जो उनके जिस्म के हर एक हिस्से का आकार बाहर से ही बता रही थी और उनकी वो बड़ी गांड जो अच्छे अच्छो के लंड को ठंडा करने को तैयार थी, तो वो मेरे पास आई और मुझसे थोड़ा सा दूर होकर लेट गई। उन्होंने मेरी तरफ अपना मुहं किया हुआ था, जिसकी वजह से उनके बूब्स उस मेक्सी से बाहर की तरफ झांक रहे थे और बहुत ही सुंदर दिख रहे थे जैसी वो खुद थी, तो मैंने उनसे कहा कि भाभी अगर आप बुरा ना मानो तो में एक बात बोलूं? तो वो थोड़ा मुस्कुराकर बोली कि हाँ कहो, तो मैंने थोड़ी हिम्मत करके कहा कि भाभी आप बहुत सुंदर दिख रही हो, तो वो मुस्कारकर बोली कि क्यों इसके पहले नहीं देखा था क्या? तो मैंने कहा कि वो इसलिए क्योंकि मैंने आज आपको पहली बार बहुत करीब से देखकर यह सब बोला। फिर भाभी मेरे पास थोड़ा सट गई उनकी सांसे मेरी सांसो से टकराने लगी और अब धीरे धीरे मेरा पारा बहुत बड़ गया, लेकिन में उनके चेहरे को देखकर थोड़ा सोच में पड़ गया कि शायद आज मेरा बलात्कार होने वाला तो नहीं? फिर भाभी बोली कि आप बहुत भोले हो। मैंने उनके हाथ पर अपना हाथ रगड़कर बोला नहीं तो? तो भाभी ने मुझसे पूछा कि जब आपकी बीवी आएगी तो उसके साथ आप पहली रात में क्या करोगे? दोस्तों में उनके मुहं से यह सब बातें सुनकर एकदम पागल सा हो गया, तभी वो बोली कि चलो में आपको वो सब सिखाती हूँ और मुझे सुनकर अहसास हुआ कि आज तो पक्का कुछ होने वाला है। फिर उसने मेरा एक हाथ पकड़ा और उसे अपने बूब्स के ऊपर रख दिया और बोली कि देखो सबसे पहले इसको दबाना, सहलाना। दोस्तों जैसे ही उसने मेरा हाथ उसके बूब्स पर रखा तो मुझे अपनी किस्मत पर विश्वास नहीं हुआ और में कुछ सेकण्ड तक उनके बूब्स की गरमाहट को अपने हाथों से महसूस करने लगा और जब मुझे होश आया तो मैंने उनकी आखों में वो सब कुछ देख लिया जो वो मुझसे अब करवाना चाहती थी, तो मैंने वो एकदम सही मौका देखकर बूब्स को धीरे से दबाया तो उनके मुहं से अह्ह्ह की आवाज़ आई।

तो मैंने पूछा कि क्या हुआ भाभी? तो वो बोली कि कुछ नहीं, फिर मैंने उनसे कहा कि भाभी क्या में ऐसे ही उस रात को कपड़ो के ऊपर से दबाऊंगा? वो बोली कि नहीं मेरे प्यारे देवर जी आपकी तो वो अमानत होगी, आप जैसे चाहो वैसे दबाना, वो आपको कभी भी मना नहीं कर सकती, तो मैंने थोड़ा डरते हुए कहा कि क्या में आपके दबाऊँ? तो वो फटाक से बोली कि हाँ अब में आपको सिखा रही हूँ तो पूरी ही तरह से सिखाउंगी ना और वो मुझसे बोली कि मेरी मेक्सी को उतार दो, तो मैंने कहा कि नहीं भाभी आप यह क्या बोल रही हो? तो वो बोली कि सीखना है ना सब कुछ तो अब जल्दी से उतारो। फिर मैंने उसकी मेक्सी को उतार दिया और उन्हे बिल्कुल पागलों की तरह देखता रहा और बोला कि आप तो एकदम दूध की तरह सफेद हो भाभी और आपकी नाभि देखकर, तो मेरे कुछ कहने से पहले ही वो बोल पड़ी कि क्या? तो मैंने कहा कि कुछ नहीं और वो मुझसे बोली कि अब मेरे पेट पर किस करो, तो मैंने अपने होंठ उनके पेट रखे तो वो एकदम सिसक उठी और मेरे सर पर हाथ रखकर दबाने लगी।

फिर मैंने अपनी जीभ को उनकी नाभि में डाल दिया, वाह मुझे क्या मज़ा आ रहा था। फिर मैंने कहा कि भाभी जब आप इतनी गोरी हो तो आपके बूब्स कितने सफेद होगें और मेरे मुहं से इतना सुनते ही उन्होंने झट से अपनी ब्रा को खोल दिया और मुझसे बोली कि लो देख लो, तो में उनके बड़े बड़े, गोल गोल, एकदम गोरे बूब्स को देखकर पागल सा हो गया और मैंने अपना एक हाथ उन पर रख दिया, तो वो भी पागल की तरह अपनी दोनों आखें बंद करके मज़े लेने लगी और उनके मुहं से अह्ह्ह्हह आऊऊऊ आईईईईईइ निकलने लगा, तो मैंने सही मौका देखकर अपने होंठ हल्के भूरे निप्पल पर रख दिया और दोनों हाथों से बूब्स को दबा दबा कर पीने लगा, लेकिन दोस्तों में आपको क्या बताऊँ? मुझे सच में ऐसा करने से बहुत मज़ा आ रहा था और ऐसी मुलायम चीज़ तो पूरी दुनिया में होती ही नहीं और फिर मैंने कुछ ही देर में उनके निप्पल को चाट चाटकर लाल कर दिए और वो मेरा सर अपनी छाती से दबा रही थी और वो बोली कि पियो मेरे देवर जी, आज मेरा सारा दूध पी लो, अभी तक तुम्हारे भैया ने नहीं पिया था, तो में यह सुनते ही और ज़ोर से टूट पड़ा और फिर मैंने उनके होंठ पर अपने होंठ रख दिए। भाभी बहुत ज़ोर ज़ोर से मेरे होंठ को काट रही थी। मुझे ऐसा लग रहा था कि वो बहुत प्यासी थी और दोनों बहुत जोश से सब कुछ कर रहे थे। तभी मुझे मेरे लंड पर कुछ महसूस हुआ और जब मैंने नीचे की तरफ देखा तो वो भाभी का हाथ था जो कि मेरी छोटी पेंट के ऊपर से मेरे लंड को पकड़कर सहला रहा था। दोस्तों मेरा लंड 6 इंच का और भाभी के हाथ की गर्मी पाते ही वो अब पूरी तरह से जाग गया और मुझे ऐसा लगा कि आज वो मेरी अंडरवियर को फाड़कर बाहर आ जाएगा, तो भाभी बोली कि तेरा लंड तो तेरे भैया से भी बड़ा और मोटा भी है और फिर मैंने अपनी पेंट और अंडरवियर दोनों को उतार दिए और भाभी मेरे लंड को हाथ में लेकर ऊपर नीचे करने लगी, तो मेरे मुहं से अह्ह्ह की आवाज़ बाहर आ गई, तो भाभी बोली कि तुम्हारा लंड बहुत कड़क है। में 5 मिनट में ही भाभी के हाथ में झड़ गया और फिर वो बोली कि देवर जी यह तो गया, तो मैंने कहा कि आज पहली बार किसी लड़की ने इसे छुआ है इसलिए इसने अपने हथियार जल्दी ही डाल दिए, लेकिन अब आप से कैसे भी फिर से खड़ा कर दो, फिर देखना यह आपको कितना मज़ा देता है, तो भाभी जल्दी से नीचे आई और अपना मुहं मेरे लंड पर रख दिया। में उनके होंठो के स्पर्श से एकदम पागल हो गया क्योंकि भाभी के होंठ बहुत मुलायम थे। फिर भाभी ने कुछ ही देर में मेरा लंड चाट चाटकर साफ कर दिया और उसे फिर से खड़ा कर दिया और बोली कि यह तो बहुत जल्दी से तैयार हो गया, तो मैंने पूछा कि किसके लिए तैयार हो गया? तो उसने कुछ नहीं कहा बस वो मुस्कुराई और कुछ सोचकर बोली कि मेरे देवर जी प्लीज, आज अपनी भाभी को खुश कर दो।

फिर मैंने भाभी की पेंटी को निकाल दिया और अपना एक हाथ उनकी चूत पर घुमा रहा था और भाभी के मुहं से आआअहह आईईईईइ निकला और वो बोली कि बहुत मज़ा आ रहा है, तो मैंने अपनी एक उंगली को चूत के अंदर डाल दिया और वो मेरी अंगुली से अपनी गांड को उठा उठाकर मुझसे चुद रही थी। उनकी चूत बहुत ही हॉट थी। फिर बोली कि देवर जी क्यों रसपान नहीं करोगे? और मैंने तुरंत ही चूत पर अपना मुहं रखा और पूरी चूत को मुहं में भर लिया और भाभी ने मेरा सर पकड़कर ज़ोर से अपनी चूत पर दबाया और बोला कि हाँ पूरा आईईईईई खा लो प्लीज अहह उह्ह्ह्हह्ह्ह्हह, तो मैंने अपनी जीभ से चूत को चोद चोदकर भाभी का पानी निकाल दिया। भाभी बोली कि प्लीज मुझे आज शांत कर दो ना। में भाभी के ऊपर आया और दोनों पैर फैलाकर उनके ऊपर लेट गया और भाभी ने मेरा लंड अपने एक हाथ से पकड़कर अपनी गीली, कामुक चूत पर सेट किया, तो मैंने लंड को चूत पर थोड़ा दबाया तो लंड अंदर नहीं गया, तो मैंने और ज़ोर लगाया तो थोड़ा सा लंड अंदर गया, लेकिन भाभी ज़ोर से चिल्ला उठी। तभी मैंने अपना मुहं उनके मुहं पर रख दिया और थोड़ी देर ऐसे ही रुका रहा और थोड़ी देर बाद भाभी बोली कि आपके भैया ने इसको अच्छे से नहीं चोदा है, प्लीज आज आप मुझे एक औरत का सुख दे दो अहहउहह।

वो शब्द सुनते ही में और जोश में आ गया और मैंने एक ज़ोर का धक्का मारा और पूरा का पूरा लंड अंदर चला गया और भाभी जैसे बैहोश सी हो गई और उनकी आँख से आँसू बाहर आ गए और में थोड़ी देर उनके ऊपर लेटा रहा। फिर थोड़ी देर में मुझे थोड़ी हलचल महससू हुई तो मैंने एक बार फिर से पूरा लंड बाहर निकाला और ज़ोर से धक्का देकर फिर से पूरा अंदर डाल दिया आसस्स्स्सस्स माँ मर गई और भाभी फिर से चहक उठी, लेकिन इस बार वो बोली कि मारो देवर जी और ज़ोर से धक्के मारो, लेकिन प्लीज आज मेरी चूत को शांति दे दो आआहहााअ आआआअहह में कितने दिन से तड़प रही थी और दो आज मेरी चूत को, साली मुझे यह बहुत परेशान करती है। साली कितने दिनों से भूखी थी, तो में ज़ोर ज़ोर से धक्के पे धक्का मार रहा था और पूरे रूम में भाभी की सिसकियां भर रही थी अहहहहआहहअहह माँ, भाभी मुझे कसकर पकड़कर बोली और ज़ोर से चोद। फिर मैंने अपनी स्पीड को और बढ़ा दिया और उसके कुछ ही देर बाद वो झड़ गई और मुझसे चिपककर रोने लगी और चूमने चाटने लगी और बोली कि राज तुम कितने अच्छे हो, में तुमसे प्यार करती हूँ राज, वो यह बोलकर गांड ऊपर उठाकर फिर से मेरा साथ देने लगी और भाभी तीन बार झड़ी और मैंने एक जोरदार धक्का मारा और बोला कि भाभी में भी झड़ने वाला हूँ और यह बोलते ही भाभी ने कहा कि मेरी चूत में डाल दो राजा तभी तो मेरी चूत को ठंडक मिलेगी और फिर मेरा पानी चूत में निकलने लगा। तभी भाभी फिर से झड़ गयी और में भाभी के ऊपर ही लेट गया और भाभी ने मुझे बहुत देर तक चूमा चाटा और वो बोली कि अब तुम्ही मेरे राजा हो, यह सब कुछ तुम्हारा है, तुम जैसे चाहो वैसे करो।

फिर थोड़ी देर बाद मेरा लंड फिर से अपनी नींद से जाग गया और भाभी की चूत को फाड़ने को तैयार हो गया, तो मैंने फिर से भाभी की चूत पर होंठ को रखा, क्या मस्त खुश्बू आ रही थी? मैंने पूरी चूत को चाट चाटकर फिर से गीली कर दिया और भाभी फिर से गरम हो गयी और मेरा सर अपनी चूत पर दबाने लगी और मैंने उन्हे उल्टा लेटा दिया और पीछे से चूत में लंड डाल दिया। उसने थोड़ी आवाज़ निकाली अहह आईईईइ बहुत दर्द हो रहा है, पर मैंने उनकी एक ना सुनी और ज़ोर ज़ोर से धक्के मारने लगा और वो कुछ देर बाद गांड हिला हिलाकर पूरे जोश में अहहहह मार दो और ज़ोर से मेरे राजा आज मुझे चोदकर फाड़ दो अहहह्ह्ह और में ताबड़तोड़ धक्के मार रहा था और फिर भाभी बिना लंड निकाले मेरे ऊपर बैठ गयी और लंड पर कूद कूद कर मज़े लेने लगी और अब मेरे लंड में भी दर्द होने लगा, क्योंकि यह मेरा फर्स्ट टाईम सेक्स था और वो भी कातिल जवान सेक्स की बला से। मैंने नीचे से दो चार जोरदार झटके मारने लगा और बोला कि भाभी मेरा लंड अब झड़ने वाला है, तो वो बोली कि राजा मेरे मुहं में डाल दो और वो चूत से बाहर निकालकर मेरा लंड मुहं में लेकर ज़ोर ज़ोर से चूसने लगी और मैंने अपना पूरा पानी उनके मुहं में छोड़ दिया।

फिर वो पूरा पी गयी और बोली कि राजा तेरा पानी तो बहुत मीठा है और फिर मेरा लंड चूसती रही। में बैहोश सा पड़ा रहा और फिर वो मेरे पास में आकर लेट गयी और हम दोनों बिल्कुल नंगे चिपके हुए थे। फिर मैंने रात भर भाभी को तीन बार चोदा और अब भाभी की चूत सूज गई और सुबह उठकर उनसे चला भी नहीं जा रहा था, तो मैंने खाना खाने के बाद भाभी से नज़र मिलाई तो उसने मुझे एक सेक्सी सी स्माइल दी और कहा कि राज बहुत दर्द है, लेकिन अब मेरे पूरे शरीर को ठंडक मिल गयी है और फिर वो मेरे होंठ पर अपने होंठ रखकर चूसने लगी और बोली कि मेरे घर पर कब आओगे? तो मैंने कहा कि भाभी अभी तो में अहमदाबाद जाऊंगा, लेकिन फिर कभी ज़रूर आऊंगा और सुबह खाना ख़ाकर वो चली गयी और में अपनी नौकरी पर अहमदाबाद। अब में भी उनकी चूत की भूख में हर रोज मुठ मार रहा था और फिर मुझे कंपनी के काम से एक दिन घर की तरफ जाना पड़ा और में ऑफिस का काम ख़त्म करके भाभी के घर कानपुर में चला गया ।।

धन्यवाद …

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शादी शुदा भाभी की प्यास बुझाई – Shadi Sudha Bhabhi Ki Pyas Bujhai | otelsan.ru //otelsan.ru/xbrasilporno/shadi-sudha-bhabhi-ki-pyas-bujhai/ //otelsan.ru/xbrasilporno/shadi-sudha-bhabhi-ki-pyas-bujhai/#respond Fri, 01 Mar 2019 04:51:50 +0000 //otelsan.ru/xbrasilporno/?p=4414 [...]]]> मेरे प्यारे दोस्तों आज मैं आपके लिए एक बड़ी ही हॉट सेक्स स्टोरी लाया हू, ये कहानी १०० परसेंट सही है, और सबसे मजेदार बात तो ये है की ये मेरी पहली चुदाई की कहानी है, क्यों की इसके पहले मैं कभी भी किसी को नही चोदा था, आपको तो पता है की ज़िंदगी का सबसे हसीन पल होता है पहली चुदाई, आज मैं आपके अपना एक्सपीरियंस शेयर कर रहा हू, मैने कई सारे कहानिया पढ़ी पर मुझे बनावटी लगा, पर मैने आज सोचा है क्यों ना मैं आपको अपनी सच्ची कहानी पेश करूँ. मेरा नाम कौशल है, ये कहानी आज से पाँच साल पहले की है, मेरी उमर उस समय 18 साल था, मैं थोड़ा शाय किस्म का लड़का था मेरी कोई भी आज तक गर्ल फ्रेंड नही बनी थी, मेरे घर के सामने एक शादी हुई थी, मनोज भैया की, मनोज भैया दिल्ली मे रहते थे, वो शादी के लिए आए और फिर शादी हो जाने के बाद वो एक महीने के बाद ही वापस ही ड्यूटी पे चले गये, घर मे सिर्फ़ भाभी और मनोज भैया की वाइफ रंभा थी, शादी के एक दो दिन बाद ही मैं उनसे मिलने गया था जब मुझे खुद ही मनोज भैया भाभी से मिलाने ले गया थे. उसके बाद तो हल्की हल्की मुस्कान उनके सामने बाली खिड़की से ही मिला करती थी. मनोज भैया के जाने के बाद भाभी की मुकसान सिर्फ़ सामने बाली खिड़की से ही मिला करती थी. आप लोग यह कहानी अन्तर्वासना-स्टोरी डॉट कॉम पर पढ़ रहे है | एक दिन की बात है उनकी सास अपने बीमार भाई से मिलने चली गई, अब घर मे सिर्फ़ रंभा भाभी ही थी, एक दिन मैं कॉलेज से आया ही था उस समय करीब 12 बाज रहे थे काफ़ी गर्मी थी, लोग अपने अपने घरों मे बंद थे, मैने देखा भाभी जी खिड़की से झाँक रही थी, मैने मुस्कुरा कर इशारे से पुचछा क्या हाल है, भाभी बोली आ जाओ बताती हू, तो मैने कहा ठीक है मैं खाना खा कर और कपड़े चेंज कर के आता हू, मैं घर गया और करीब एक घंटे बाद मैं खाना पीना खा कर उनके घर गया, मेरे घर के तरफ से उनका दरवाजा पिच्चे बाला पड़ता था, मैने दो तीन बार खटखाया वो आकर दरवाजा खोली, हवा काफ़ी चल रही ती, वो भी गरम गरम भाभी हल्की से घूँघट ली थी, वो सिर्फ़ अपने आप को गरम हवा के झोंको से बचने के लिए, उनके कमरे मे जाकर बैठा, पलंग पर. भाभी पानी लाकर दी और पूछी क्या पूछ रहे थे, तो मैने कहा मैं पूछ रहा था क्या हाल है? तो बोली पति के बिना क्या हाल रहेगा, वो भी जिसकी नई नई शादी हुई है, वो उमर मे मेरे से दो तों साल की बड़ी होगी, पर शरीर काफ़ी सॉलिड थे उनका बदन काफ़ी गदराया हुआ था, वो बड़ी ही हॉट लग रही थी, उनके गुलाबी होठ और बड़ी बड़ी चूचियाँ गजब ढा रही थी. मेरी नज़र उनके ब्लाउस के उपर दो खुले हुए हुक के तरफ था क्यों की वाहा से दोनो चूचियाँ के बीच का भाग दिखाई दे रहा था, सच पूछो दोस्तों मुझे तो सिहरन हो रही थी, लग रहा था मैं उनके चूच को दबा डू, मेरी जवानी भी फड़फड़ा रही थी, भाभी बोली क्यों जी अब बताओ क्या बोल रहे थे, मैने कहा कुच्छ नही भाभी जी युही आपका हाल चाल पूछ रहा थे तो वो कहने लगी कैसे रहेगे एक शादी शुदा लड़की जिसकी शादी हुए अभी एक महीने ही हुए है और पति देव दिल्ली मे है. मैने कहा हा भाभी ये बात तो है, तो मैने कहा आप भी क्यों नही चले गये. तो भाभी बोली, मैं अभी नही जा सकती, मैं एक साल बाद जाउंगी तब तक वो अपना सबकुछ सही तरह से कर लेंगे. फिर बात चित का सिलसिला चला, उसके बाद भाभी बोली आपकी कोई गर्ल फ्रेंड है की नही मैने कहा नही भाभी अभी मैं सिर्फ़ पढ़ाई पर ध्यान दे रहा हू, तो भाभी बोली अरे अपनी जवानी क्यों खराब कर रहे हो, पता लो किसी लड़की को ठोंक दो अपने औजार से उसको, क्या बताऊँ दोस्तों मैं तो हैरान रह गया उनकी बातों को सुनकर, मैने कहा नही जी, मैं ऐसा नही कर सकता तो वो बोली क्यों, आपका खड़ा नही हॉट, मैने कहा भाभी आप बहूत ही गंदी गन्दी बात कर रहे हो. मैं जाता हू, और मैं कमरे से निकालने लगा, वो दरवाजे पे बैठ गई, मैं जैसे ही निकालने लगा, वो मेरे लंड को छु दी, उनके छूते ही मैं पीछे हो गया, पर तब तक देर हो चुकी थी, उनके छूने से मेरा लॅंड खड़ा हो गया. अब मैं अपने लॅंड को शांत करने की कोशिश करने लगा, पर हुआ नही क्यों की भाभी अपना आँचल नीचे गिरा दी थी और उनकी दोनो चूचियाँ आधा दिखाई दे रहा था, उनकी गोरे जिस्म को देखकर मैं पागल हो गया, अब मेरा भी मान करने लगा उनको स्पर्श करने का, फिर मैं जाने को कोशिश करने लगा, भाभी फिर से मेरे लॅंड को च्छुई, इश्स बार मैने भी उनको चुचि को च्छुने की कोशिश की, पर वो वाहा से भाग गई और कमरे के कोने मे चली गई, मैं भी उनके पिच्चे भागा और पकड़ने लगा, एक बार उनके चुचि को छुआ और मैने भागने लगा तभी वो दौड़ी और फिर वो मेरे लॅंड को छु दी, फिर मैं उनको पकड़ने के लिया दौड़ा, फिर मैने पीछे से दोनो चुचियों को दबा दिया, ये मेरा पहला एहसास था दोनो हाथो से चुचि दबाने का, फिर भागा यही सिलसिला चलते रहे अचानक वो बैठ गई और मैने उनके चुचि को पीछे से बैठ कर दबाने लगा, वो शांत हो गई, उन्हे अच्छा लगने लगा, मैने कहा भाभी क्या आप मुझे चोदने दोगी, वो बोली हा ठीक है पर ये बात किसी को पता नही चलनी चाहिए. आप लोग यह कहानी अन्तर्वासना-स्टोरी डॉट कॉम पर पढ़ रहे है | और फिर उठ कर बाहर चली गई, इधर उधर देख कर आई, दिन के करीब 2 बाज रहे थे, गर्मी के दिन मे बाहर कोई नही हा, वो आते हुए दरवाजा बंद कर दी और मेरे से लिपट गई, मैने उनके होठ को चूमने लगा और वो धीरे धीरे अपनी साडी खोल दी, वो पेटीकोत और ब्लाउस मे थी, गदराया हुआ बदन मैने चूतड़ को पकड़ कर अपने लॅंड के पास ले गया, उसके बाद वो मुझे अपने बाहों मे भर ली ध्एर धीरे मैने उनके ब्लाउस को खोल दिया, और चूचियाँ पीने लगा, वो आ आ आ अफ कर रही थी, चुचि के निपल को मैं उंगली से मसालने लगा वो सी सी सी सी करने लगी, फिर उन्होने खूद ही पेटीकोत का नाडा खोल दिया, वो अंदर कुछ भी नही पहनी थी, गजब का एहसास था, काले काले बाल मोटे मोटे जाँघो के बीच मे वो फिर पलंग पे ले गई, मैं हड़बड़ाया हुआ था, मैने उनके उपर लेट कर अपना पेंट खोल दिया वो मुझे अपनी चूचियाँ पिलाने लगी, और उनका आँख लाल हो गया था, वो बार बार अपने होत को दातों से दबा रही थी, गजब लग रही थी, यार, फिर मैने उनके नाभि मे उंगली घुसा तो वो कहने लगी, इसमे क्यों घुसा रहे हो राजा मैं तो सब कुछ सौप दी हू, मैने उनके चूत को चिर कर देखा अंदर से लाल लग रहा था, मेरे से रहा नही गया और मैने अपना लॅंड निकाला, और चूत पर लगा कर मैने उनके उपर लेट गया, पर चूत के अंदर मेरा लॅंड नही जा रहा था, बार बार फिसल रहा था, भाभी बोली चोदने भी नही आता है, और उन्होने अपने पर खो तोड़ा उपर की और मेरा लॅंड पकड़ कर, अपने चूत पर रख दी और बोली मारो धक्का, ऑश पहग्ला एहसास था पहली चुदाई का, मैने ज़ोर ज़ोर से अंदर बाहर करने लगा, वो अंदगाड़ी ले रही थी, मोटी मोटी जांगे और बड़े बड़े सॉलिड चूच मुझे मदहोश कर दिया था, वो आ आ आ अफ अफ कर रही त, वो अपना मोटा गांद उठा उठा कर छुड़वाने लगी, करीब आधे घंटे मे ही मैं झाड़ गया, पर भाभी अभी प्यासी ही रह गई थी, बोली मुझे अभी कुच्छ नही हुआ, मैने कहा मुझे क्या पता, आप संतुष्ट कैसे होगे, बोली रात को आना, आज हमदोनो रात भर चुदाई करेंगे, उसी दिन रात को दस बजे उनके घर पहुचा घर मे बाहना बना कर की आज रात को मैं अपने दोस्त के घर मे सोऊंगा क्यों की मुझे कॉलेज का प्रॉजेक्ट बनाना है, फिर क्या था दोस्तों वो रंगीन रात जब भाभी खूब चुदवाई और मैने भी खूब चोदा , दिन मे तो फैल हो गया था पर रात को भाभी को बाप बाप बोलबा दिया था, उसके बाद मैं एक महीने तक रोज चोदा, फिर मैं बाहर पढ़ने आ गया, उनकी बड़ी बेटी मेरी बेटी है, जहाँ तक मुझे लगता है. उस समय मेरे से ही प्रेगञेन्ट हुई थी. आपको मेरी कहानी कैसी लगी ज़रूर बताएं.

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भाभी को जमकर चोदा – Bhabhi Ko Jamakar Choda | otelsan.ru //otelsan.ru/xbrasilporno/bhabhi-ko-jamakar-choda/ //otelsan.ru/xbrasilporno/bhabhi-ko-jamakar-choda/#respond Sun, 11 Nov 2018 13:43:24 +0000 //otelsan.ru/xbrasilporno/?p=3766 [...]]]> ये बात १५ साल पहले की है, जब मेरे बड़े भैया की शादी हुई थी। मैं सदी में बहत एन्जॉय किया था। मेरे भाभी जो 25 साल के थे। मैं भी 25 का था। सदी दौरान भाभी इतने सेक्सी लग रही थी। बड़े बड़े मम्मे, सुंदर गोरे बदन और गान्ड की क्या कहना। सदी के बाद भैया भाभी हर रोज जम कर चोदा करते थे। सुबह भाभी की हालत खराब रेहती थी। मैं उन्हें देख के मुठ मारता था। जब भैया घर पर नहीं होते थे में भाभी के साथ बहत बातें करता था लेकिन कभी चोद नहीं पा रहा था। क्यों की दिन में घर में और लोग रेहेते थे और रात भैया उनकी चुड़ाई करते थे। मैं कई बार भैया भाभी को चोदते हुए देखा हूं। भाभी क्या माल है। कोई भी उन्हें दिन रात चोद सकता है। मेरा दिन सिर्फ मुठ मारने में जाता था। लेकिन सब्र का फल मीठा होता है। भैया टीचर थे और उस वक़्त इलेक्शन था। भैया को दो दिन के लिए बाहर जाना था। मैं प्रण कर लिया कि इस दौरान भाभी को चोद कर ही दम लूंगा। भैया जाने से पहेली रात को भाभी की जम के चुडाई की। भैया सुबह उठके चले गए। में जान बूझकर सो रहा था। भाभी आके मुझे उठाए और धीरे चले गए। भाभी ठीक से चल नहीं पा रही थी। मै बोला भाभी एक ग्लास पानी मिलेगा। भाभी पानी लेके आए। मैं पानी लिया और पूछा भाभी आप रात भर सोए नहीं क्या। भाभी बोली चल सैतान उठो और नाश्ता करो। मैं बोला आपके साथ करना। वो बोले ठीक है आ जाओ। मैं उनके बेडरूम गया और वहां हम नाश्ता किया। मैं बोला भाभी, भैया बहत लॉकी हैं जो उन्हें आप के जैसा बीबी मिला। भाभी बोली, क्या चाहिए जनाब को, जो इतना तारीफ किए जा रहे हैं। मैं बोला सच में भाभी आप कितना सुंदर है। वो मुझे देख रहे थे। मैं बोला सचमें। आप बहत सेक्सी भी हैं। मैं कई बार आपको देखा हूं रात को भैया के साथ। वो बिल्कुल चुप हो गए। मैं बोला, सॉरी भाभी, लेकिन मैं तो अब देख लिया हूं, आप नाराज मत होइए। मैं उन्हें छोड़ने वाला नहीं था। मैं बोला भाभी मेरे लिए आपका जैसा एक धुंड दीजिए ना। मैं उसे रात भर पयार करूंगा, जैसे भैया आपसे करते हैं। भाभी सर्मा गई और बोली ठीक है और चले गए खाना बनाने के लिए। मैं लेकिन उनका पीछा छोड़ने वाला नहीं था, उनके पीछे गया और उनको पूछा, क्या बना रहे हैं।वो बोले आप बताइए आपका मन पसंद बनता हूं। मैं बोला मेरा मन पसंद का आप बना नहीं सकते है। वो बोली क्यों। मैं बोला वो तो भगवान की बनी हुईं है। भाभी को समझ आ गया कि में उनकी बात कर रहा हूं। वो शरमा गई और कुकिंग करने लगी। मै भाभी को घूर रहा था। वो बीच बीच में मुझे देखिए मुस्कुरा देते थे। मेरा लन्ड पूरा तना हुआ था। पैंट के ऊपर से पता चल रहा था। भाभी कभी कभी उधर देखकर स्माइल देते थे। मैं बोला भाभी कुछ अच्छा नहीं लग रहा है। वो बोले क्यों क्या हुआ। मैं बोला घर इतना लोग हैं। आज मन करता सिर्फ आपके साथ रहने के लिए। वो वोले, सब्र का फल मीठा होता है। आप रात तक सब्र कीजिए। मेरा होस उड़ गया। मैं बोला भाभी आई लव यू। वो मुस्कुरा दी। फिर जब भाभी एकेले मिले मैं उनको पकड़ लेता और चूमा ले लेता। रात इंतजर नहीं हो पा रहा था। साम को घर में कोई नेहिं थे। मैं भाभी को पकड़ किस करने लगा।वो साथ दे रहे थे। उनके मामो को पकड़ लिया साड़ी के ऊपर से और दबाने लगा। वो हंसके बोली, ठीक से करो तो मैं धीरे धीरे मोमो को दबाया। कोई नहीं था तो भाभी पकड़ के मुझे चूमने लगी। मैं भी उन्हें चूमना चालू कर दिया। चूमते चूमते हुए उनके स्तन को पकड़ कर पिसल रहा था। इतने पापा ने बुलाया भाभी को। वो मुझे धकेल कर चली गई। मैं बाथरूम जाके मुठ मारकर खड़े लंड को सांत किया। और रात का इंतजार किया। सोच रहा किस तरह भाभी जमकर चोदा जाए। फोन पे सेक्स वीडियो देखने लगा। रात को 10 बजे तक सब खाना खाकर सो गए। मैं भाभी के कमरे में चला। देखा तो भाभी लेटे हुए हैं। मैं दरवाजा बंद करके उनके ऊपर लपका। वो हंसके बोले जरा संभालके, मैं कहीं भागी नहीं जा रही हूं। और पूरा रात तो पड़ा है। मैं भाभी को पकड़ लिया और उनका ओंठो पे मेरा ओंथ लगा के चूमने लगा। चूमते चूमते उनका साड़ी खिचके कमर तक खोल दिया। और ब्लाऊज़ के ऊपर मामों को पकड़ लिया और दबाने लगा। वो बोली लगरहा है आज मुझे खा जाएंगे। मैं बोला भाभी आज रात भर आप को सोने नहीं दूंगा। फिर उनका ब्लाऊज़ उतार दिया और नीचे हाथ डालकर उनका सेमिज उतार दिया। क्या नजारा था। संग मरमर जैसे बदन पे दो आम जैसे स्तन और निपल कड़े हुई। मैं झपट पड़ा और निपल चूसने लगा। मैं पागल की तरह उनकी स्तन और पूरा शरीर को चूमता रहा। जब मैं होस आया देखा भाभी मुस्करा रही थी। मैं उनका साड़ी पूरा खोल दिया और पेटीकोट को खींच के निकाल दिया। सिर्फ पैंटी में क्या लग रही थी भाभी। मैं जल्दी से अपना ड्रेस खोल दिया और पूरा नंगा हो गया। मेरा लन्ड भाभी की योनी में जाने के लिए उतावला हो रहा था। मैं भाभी की पैंटी खींचकर बाहर कर दिया और उनके ऊपर आके लंड को उनका बूर्र के ऊपर रख दिया और धिरे धिरे धका मारा। पूरा लंड अंदर चला गया। कया गरम थी। मैं भाभी को चोदने लगा और उनका चूची को चूसता रहा। भाभी उनका चूतड़ को उछालके के साथ दे रही थी। बोल रही थी आपका लंड तो आपका भाई से बड़ा है। मैं बोला भाभी आप कितने हॉट है। मुझे बहत अच्छा लग रहा है। आपको कैसे लग रहा है। वो बोली, मैं तो हमेशा भूखी शेरनी हूं।मुझे ये बहत अच्छा लगता है। इसीलिए तो आपका भाई से हर रोज चुदाता हूं। मैं बोला आज से मैं भी आपको चोदूंगा जब जब मौका मिलेगा। वो बहत बड़ी स्माइल दी और बोली मैं तो कब्ज आपका लंड को अंदर लेना चाहती थी बस बोल नहीं पाई। मैं जोर जोर चोदने लगा। भाभी ऊ आ कर रही थी। लगातार चोदते चोदते मुझे लगा मैं झड़ जाऊंगा। भाभी बोली देवर जी सब अंदर डाल दो। मैं कस के पकड़ के सरा बिर्य अंदर छोड़ दिया और उनके ऊपर लेटा रहा। फिर उनका बाजू में सो कर उनके नहीं बदन के साथ खेलना शुरू कर दिया। हाथ में उनका चूची को पकड़ के शहलाते हुए खेलने लगा। भाभी मेरे लंड को पकड़ कर हिला रहे थे। थोड़ी देर लंड उथके खड़ा हो गया। मैं उनका बूूर को पकड़ कर रगड़ने लगा। वो बोली देवर जी क्या कर रहे हो। मैं उंगली डाल कर चोदने लगा।और चूची जोर जोर से दबाने लगा।वो मस्त होकर एन्जॉय कर रही थी। फिर उनका क्लिटरिस को पकड़ के रगड़ा। ओह। भाभी क्या मस्त चिल्ला रही थी। थोड़ी देर में भाभी मेरे हाथ अपने जांघो के बीच दबोच के झड़ गई। फिर मैं उनके ममों के साथ खेलता रहा, उनका पूरा नंगा सरीर को चूमता रहा। थोड़ी देर में वो बोले चलो 69 करते हैं। मैं बोला ठीक है भाभी।फिर हम दोनो उल्टा हो के लेट गए। मैं उनके बूर् को मुंह में लिया और वो मेरा लंड को मुंह में लेकर चूसने लगी। उनका मुलायम ओंठ की छूने से मेरा लंड तो साप जैसा फन फना रहा था। मैं उन्हें अपना जीभ से चोदना शुरू कर दिया। इतना एक्साइटेड और मजा आ रहा था। मैं बोला भाभी ये हमलोग को पहले करना चाहिए था।2 साल आप मुझे बहत तड़पाए है। भाभी बोली हां, मेरी गलती है, मुझे पहले दिन से आपसे चुड़ाई कर लेनी चाहिए था। आप सच में बहत अच्छा चोदते हैं। यकीन नहीं होता कि आप पहेली बार किसी लड़की को चोद रहे हो। मैं बोला भाभी, आप इतना हॉट और सेक्सी है, कोई भी आप को चोदने के पागल हो जाएगा। वो मुस्कराई और मेरा लंड को मुंह में डाल कर अंदर बाहर करने लगी। ऐसा लग रहा था लंड फट जाएगा। थोड़ी देर लंड से पिचकरी की तरह बीर्य निकला और वो सब पी लिए। उसके बाद मैं उनको रात भर बहत तरीके से चोदता रहा और हर बार बिर्या में उनको नेहलता रहा। पूरा घर विर्य की खुशबू से भरा था। सुबह 6 बजे मैं उनको किस किया और अपने कमरे में गया। और दो दिन तक मेरी भाभी को जी भर के चोदा। भाभी बोले की मेरे लिए एक सुंदर और सेक्सी लड़की ढूंढेंगे।फिर उन्होंने उनके एक कजिन सिस्टर को मेरे साथ पटा लिया और उस कमसिन जवानी कुआंरी कन्या को मैं जी भर के कैसे चोदा अग्ला बार बताऊंगा।

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मेरी विधवा भाभी की मालिश और फिर बेडरूम में चुदाई १ – Vidhwa Bhabhi Ki Malish Aur Bedroom Me Chudai 1 | otelsan.ru //otelsan.ru/xbrasilporno/vidhwa-bhabhi-ki-malish-aur-bedroom-me-chudai-1/ //otelsan.ru/xbrasilporno/vidhwa-bhabhi-ki-malish-aur-bedroom-me-chudai-1/#comments Fri, 21 Sep 2018 12:43:26 +0000 //otelsan.ru/xbrasilporno/?p=1867 [...]]]> मेरा नाम दानी है. मेरी उमर इस समय 24 साल की है. शादी के 3 साल बाद ही एक रोड एक्षसीडेंट में भैया का स्वर्ग वास हो गया था. मैं भाभी के साथ अकेला ही रहता था. भाभी का नाम रहना है. हमारा अपना खुद का बिज़्नेस था. भैया के ना रहने के बाद मैं ही बिज़्नेस की देखभाल करता था. भाभी बहुत ही खूबसूरत थी. वो मुझे दानी कह कर ही बुलाती थी. अंकल और आंटी का स्वर्ग वास बहुत पहले ही हो चुका था. मैं एक दम हट्टा कट्टा नौजवान था और बहुत ही ताकतवर भी. भाभी उमर में मुझसे 1 साल की छोटी थी. वो मुझे बहुत प्यार करती थी. भैया के गुजर जाने के बाद मैं भाभी की पूरी देखभाल करता था और वो भी मेरा बहुत ख्याल रखती थी. मैं सुबह 10 बजे ही घर से चला जाता था और फिर रात के 8 बजे ही घर वापस आता था. ये उस समय की बात है जब भैया को गुजरे हुए 6 महीने ही हुए थे.

एक दिन मेरी तबीयत खराब हो गयी तो मैंने मैनेजर से दुकान संभालने को कहा और दोपहर के 1 बजे ही घर वापस आ गया. भाभी ने पूछा, क्या हुआ दानी. मैंने कहा, मेरा सारा बदन दुख रहा है और लग रहा है की कुच्छ फ़ीवर भी है. मेरी बात सुनकर वो परेशान हो गयी. उन्होंने मुझसे कहा, तुम मेरे साथ डॉक्टर के पास चलो. मैंने कहा, मैंने मेडिकल स्टोर से कुच्छ मेडिसिन ले ली है. मुझे थोड़ा आराम कर लेने दो. वो बोली, ठीक है, तुम आराम करो. मैं तुम्हारे बदन पर तेल लगा कर मालिश कर देती हूँ. मैंने कहा, नहीं, रहने दो, मैं ऐसे ही ठीक हूँ. वो बोली, चुप चाप अपने कमरे में जा कर लेट जाओ. मैं अभी तेल ले कर आती हूँ. मैं कभी भी भाभी की बात से इनकार नहीं करता था. मैं अपने कमरे में आ गया. मैंने अपनी शर्ट और पेंट उतार दी और केवल बनियान और निक्कर पहने हुए ही लेट गया. मैं एक दम ढीला था और थोड़ा छोटा निक्कर ही पहनता था. भाभी तेल ले कर आई. उन्होंने मेरे सर पर तेल लगाया और मेरा सर दबाने लगी. उसके बाद उन्होंने मेरे हाथ, सीने और पीठ पर भी तेल लगा कर मालिश किया. आख़िर में वो मेरे पैर पर तेल लगा कर मालिश करने लगी. आख़िर में आईं भी आदमी ही था. उनके हाथ लगाने से मुझे जोश आने लगा. जोश के मारे मेरा लंड खड़ा होने लगा और मेरा निक्कर टेंट की तरह से ऊपर उठने लगा. धीरे धीरे मेरा लंड पूरी तरह से खड़ा हो गया और मेरा निक्कर एक दम टेंट की तरह हो गया. मैं जनता था की निक्कर के छोटा होने की वजह से भाभी को मेरा लंड थोड़ा सा दिखाई दे रहा होगा. वो मेरे पैरों की मालिश करते हुए मेरे लंड को देख रही थी और उनकी आँखें थोड़ा गुलाबी सी होने लगी थी. उनके चेहरे पर हल्की सी मुस्कान भी थी. मालिश करने के बाद वो चली गयी. उसके बाद मैं सो गया. शाम के 6 बजे मेरी नींद खुली और मैं उठ गया. भाभी चाय लेकर आई. मैंने चाय पी. उसके बाद मैं बाथरूम चला गया. बाथरूम से जब मैं वापस आया तो भाभी ने कहा, अब लेट जाओ, मैं तुम्हारे बदन की फिर से मालिश कर देती हूँ.

मैंने कहा, अब रहने दो ना, भाभी. वो बोली, क्या मालिश करने से कुच्छ आराम नहीं मिला. मैंने कहा, बहुत आराम मिला है. वो बोली, फिर क्यों मना कर रहे हो. मैंने कहा, ठीक है, तुम केवल मेरे पैर की ही मालिश कर दो. वो खुश हो गयी. उन्होंने मेरे पैर की मालिश शुरू कर दी. मेरा लंड फिर से खड़ा हो गया. इस बार मेरा निक्कर थोड़ा पीछे की तरफ खिसक गया था जिस से भाभी को मेरा लंड इस बार कुच्छ ज्यादा ही दिखाई दे रहा था. भाभी मेरे लंड को देखते हुए मेरे पैरों की मालिश करती रही. थोड़ी देर बाद वो बोली, मैं जब तेरे पैर की मालिश करती हूँ तो तुझे क्या हो जाता है. मैं कहा, कुच्छ भी तो नहीं हुआ है मुझे. उन्होंने मेरे लंड पर हल्की सी चपत लगते हुए कहा, फिर ये क्या है. मैंने कहा, जब तुम मालिश करती हो तो मुझे गुदगुदी सी होने लगती है, इसी लिए तो मैं मना कर रहा था. उन्होंने मेरे लंड पर फिर से चपत लगते हुए कहा, इसे काबू में रखा कर. मैंने कहा, जब तुम मालिश करती हो तो ये मेरे काबू में नहीं रहता. वो बोली, तुम भी अपने भैया की तरह ही हो. मैं जब उनके पैर की मालिश करती थी तो वो भी इसे काबू में नहीं रख पाते थे. मैंने मज़ाक करते हुए कहा, फिर वो क्या करते थे. वो बोली, बदमाश कहीं का. मैंने कहा, बताओ ना भाभी, फिर वो क्या करते थे. भाभी शरमाते हुए बोली, वही जो सभी मर्द अपनी बीवी के साथ करते हैं. मैंने कहा, तब तो तुम्हें भैया के पैरों की मालिश नहीं करनी चाहिए थी. उन्होंने पूछा, क्यों. मैंने कहा, आख़िर बाद में परेशानी भी तुम्हें ही उतनी पड़ती थी. वो बोली, परेशानी किस बात की, आख़िर मेरा मान भी तो करता था. मैंने कहा, मेरा भी काबू में नहीं है, अब तुम ही बताओ की मैं क्या करूँ. वो बोली, शादी कर ले. मैंने कहा, मैं अभी शादी नहीं करना चाहता. उन्होंने मुस्कुराते हुए कहा, फिर बाथरूम में जा कर मूठ मर ले.

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